पुणे पोर्श कांड- नाबालिग को बचाने में लगे माता,पिता दादा समेत 11 गये जेल
संपूर्ण सिस्टम को पैसे के बल पर खरीद कर अजीबोगरीब शर्तों पर जमानत पाने वाले नाबालिक के चक्कर में आकर लगभग पूरा खानदान समेत 11 लोग जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गये। क्राइम ब्रांच ने अब बिल्डर की पत्नी व नाबालिग की मां शिवानी अग्रवाल को भी गिरफ्तार कर लिया। शिवानी पर आरोप है कि उसने ही ब्लड सैंपल में चिकित्सकों को पैसे देकर न सिर्फ छेड़छाड़ की बल्कि उन्हें बदल भी दिया था। इस आरोप में चिकित्सक पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। कोर्ट द्वारा जमानत देने, चिकित्सकों द्वारा ब्लड में शराब न मिलने की रिपोर्ट देने के कारण यह मामला एकदम से ही सुर्खी में आ गया था। राहुल गांधी ने भी इस पर कड़ा तंज करते हुए सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया था। इसके बाद ही सिस्टम अपनी पर आया और 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
दिलचस्प तथ्य यह भी है कि घर के अधिकांश बड़ों के अंदर जाने के बाद शिवानी अग्रवाल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई थी। इसे देखते ही कुछ दिन से वह भूमिगत थी लेकिन पुलिस ने देर रात शिवानी को भी तलाश कर गिरफ्तार कर लिया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाना है।
#WATCH | Pune car accident case | Mother of the minor accused brought to Crime Branch Unit Office in Pune, Maharashtra.
She was arrested earlier today. pic.twitter.com/GWgbWzhCOT
— ANI (@ANI) June 1, 2024
दरअसल, पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल किसी महिला के सैंपल से बदला गया था, ताकि ये दिखाया जा सके कि घटना के वक्त नाबालिग नशे में नहीं था। यह महिला और कोई नहीं, आरोपी की मां ही थी। बता दें कि पुणे के कल्याणी नगर इलाके में 18-19 मई की रात 17 साल 8 महीने के एक किशोर ने आईटी सेक्टर में काम करने वाले बाइक सवार मध्य प्रदेश के अश्विनी कोष्ठा और अनीश अवधिया को टक्कर मार दी थी। इससे दोनों की ही मौत हो गई थी। भीड़ ने किशोर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। घटना के वक्त वह नशे में था और करीब 200 किलोमीटर की रफ्तार से कार चला रहा था।
इस मामले में आरोपी की मां सहित अब तक ग्यारह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। नाबालिग के अरबपति बिल्डर पिता विशाल अग्रवाल को 21 मई और दादा सुरेंद्र अग्रवाल को 25 मई को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा ससून अस्पताल के दो चिकित्सक डा. अजय तावरे ससून व डा. हलनोर , एक स्टाफ अतुल घाटकांले और पब के मालिक-मैनेजर और स्टाफ सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। चिकित्सकों ने एक गैंग ने किसी और के ब्लड सैंपल के आधार पर आरोपी की मेडिकल रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें शराब का अंश नहीं था। डा तावरे व डा हलनोर को 29 मई को निलंबित कर दिया गया था जबकि डीन डा विनायक को छुट्टी पर भेज दिया गया था।
पूछताछ में डा.हलनोर ने पुलिस को बताया कि ब्लड सैंपल बदलने व यह रिपोर्ट देने की उसमें शराब के अंश नहीं पाये गये हैं की एवज में पचास लाख रुपये की डील की गई थी। बिल्डर विशाल अग्रवाल ने डॉ. अजय तावरे से संपर्क कर पंद्रह बार व्हाट्स अप कॅाल की थी। तीन लाख की पहली किस्त भी दे दी गई थी। पुलिस ने अब तक डॉ. हेलनोर के घर से 2.5 लाख रुपए और अस्पताल के कर्मचारी के घर से 50 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) ने नाबालिग को 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा है।
जुवेनाइल बोर्ड ने नाबालिग से पूछताछ करने के लिए पुलिस को इजाजत दी है। नाबालिग से सहायक पुलिस आयुक्त और दो महिला पुलिस अधिकारी पूछताछ करेंगे।
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