उमेशपाल हत्याकांड को अंजाम देकर इस तरह मेरठ पहुंचा बमबाज गुड्डू
उमेश पाल की हत्या को अनजाम देकर बमबाज़ गुड्डू मेरठ मे जाकर छिपा। यहां उसे अतीक के करीबी डाॅ अखलाक के घर पनाह मिली। मेरठ पहुंचे गुड्डू का एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो रहा है। जिसमें बमबाज गुड्डू अखलाक के घर दाखिल होता साफ दिखाई पड़ रहा है। खबर है कि वह यहां पैसे लेने आया था। वह वीडियो मे नोटों से भरा बैग भी ले जाता दिखाई पड़ रहा है।उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या को 38 दिन गुज़र जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पांचो शूटर फरार हैं जिनको तलाशने के लिये कई राज्यों में छापेमारी चल रही है। जिसमे टीम के हाथ सबूत भी लगते जा रहे हैं। यूपी पुलिस के हाथ लगे बड़े सुराग से पता चला है कि हत्यारे कई दिनों तक यूपी में ही घूमते रहे।
पुलिस के मुताबिक 2005 में हुई राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह उमेश पाल था। जिसे बीते दिनों गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्या में अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद की अहम भूमिका रही, इसी ने शूटरों को फंडिंग की थी। एसटीएफकी टीम ने बीते दिनों ही अखलाक को गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक था कि बदमाश हत्या को अंजाम देने के बाद मेरठ आये हैं। जिसके चलते पुलिस की नज़र अखलाक पर बनी हुई थी। पुख्ता सबूत मिलते ही एसटीएफ मेरठ ने शनिवार की रात अखलाक को गिरफ्तार कर लिया। पहले भी पुलिस कई मर्तबा अखलाक से पूछताछ कर चुकी है।
उमेश पाल के पांचो आरोपियों [असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिरद्ध] पर इनाम की रकम को बढ़ा कर यूपी पुलिस ने ढाई लाख से पांच लाख कर दिया। पांचो आरोपी तक तो पुलिस पहुंच ही नही पा रही है वहीं अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता प्रवीण का भी कोंई सुराग पुलिस के हाथ लगता नज़र नही आ रहा।
गौरतलब है कि विधायक राजू पाल की हत्या मामले में गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकमियों को 24 फरवरी की शाम गोली और बमों की बरसात कर मौत के घाट उतार दिया गया था। जब वह गाड़ी से उतर रहे थे बदमाशों ने उन पर और उनके दो सरकारी गनर पर फायरिंग करने के साथ बमों की बरसात की जिससे तुरंत ही उनकी मौत हो गई थी।