नपा की आवंटित दुकान बेचने वालों की मुश्किले बड़ी, ईओ बोलीं नहीं होगा रिनुवल
- रिनुवल के नाम पर भारी भरकम रकम वसूल रही पालिका
- पूर्व में तत्कालीन चैयरमेन व सभासद पर लगा दुकानदारों से अवैध वसूली करने का आरोप
सरधना के तहसील रोड पर स्थित गणेश मार्किट में नपा की करीब 20 से 22 दुकाने है। करीब 11 दुकानों की स्थिति संदिग्ध मिलने पर पालिका ने सील की कार्रवाई की थी। इसके साथ साथ पालिका ने लीगल नोटिस भेजकर अनुबंध दुकानदारों से रिनुवल करने को कहा था। लेकिन, कार्यवाही के करीब तीन दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी दुकानदार रिनुवल के लिए नहीं पहुंचे है। कुछ दुकानदार पालिका के एडवोकेट द्वारा रिनुवल की रकम सुनकर असमजस्य मे है।
अधिशासी अधिकारी शशि प्रभा चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन दुकानदारों को दुकाने अनुबंध की थी। इसमें से ज्यादातर दुकानदारों ने क्या तो दुकानों को बेच दिया है या फिर दुकानों को किराये पर चलाने का मामला प्रकाश में आया है। फिलहाल, सभी उक्त दुकानदारों को लीगल नोटिस भिजवाकर रिनुवल के लिए अवगत करा दिया और इसके अलावा उनके घर व दुकानों की दीवार पर नोटिस चस्पा करा दिया था।
बावजूद इसके दुकानदार रिनुवल नहीं करा रहे है। इसके अलावा सभी दुकानदारों द्वारा हाल ही मे पालिका को नोटिस का जवाब भेजकर अवगत करा दिया है। इसके बाद दुकानदारों की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस प्रकरण के चलते पालिका ईओं ने दो टूक में कहा है कि जिन दुकानों का अनुबंध है और उन्होंने दुकानों को बेच दिया है उनकी दुकानों का रिनुवल नहीं होगा।
रिनुवल के नाम पर भारी भरकम रकम वसूलने का आरोप
आज नगर पालिका पहुंचे दुकानदारों ने बताया है कि उनकी दुकानों को रिनुवल करने के लिए पालिका अधिक रकम वसूल रही है। आरोप है कि अभी तक पालिका ने दुकानदारों को कागजी कार्रवाई व रिनुवल में लगने वाली रकम के बार में अवगत नहीं कराया है। यही जानने के लिए वे पालिका पहुंचे है। यह भी चर्चा है कि पालिका द्वारा रिनुवल के नाम पर दुकानदारों से करीब 20 से 25 हजार रुपये वसूले जा रहे है। इससे उनकी जेब पर काफी बोझ बढ़ गया है।
पूर्व चैयरमेन व सभासद पर लगा दुकानदारों से अवैध वसूली करने का आरोप
नगर में चर्चा है कि तत्कालीन सभासद व पूर्व चैयरमेन द्वारा दुकानदारों से बीच बीच में पालिका द्वारा होने वाली कार्रवाई से रोकने के लिए कुछ रकम वसूली गई थी। जब बीते दिनों पहले पालिका ने कुछ दुकानदारों पर सील की कार्रवाई की तो सच उभर कर सामने आया और राज खुलने लगे। हालांकि, कुछ इसे राजनैतिक स्टैड मानकर चल रहे है।