श्मशान हादसे में पालिका ईओ निहारिका सिंह समेत तीन गिरफ्तार, ठेकेदार फरार
उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने से मरने वालों की संख्या 25 तक जा पहुंची है जबकि घायलों का अभी स्थानीय अस्पतालों में उपचार चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को बेहद गंभीरता से लेते हुए संपूर्ण हादसे की रिपोर्ट तलब कर ली है। साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिये हैं। इसका परिणाम है कि नगर पालिका की ईओ निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद तीनों को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि ठेकेदार अजय त्यागी को फरार बताया जा रहा है। ठेकेदार के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज है। कुल मिलाकर यह सारा हादसा भ्रष्टाचार के एक बड़े उदाहरण के रूप में सामने आया है। मलबे को देखकर साफ लग रहा है कि इसमें सिमेंट व अन्य सामग्री का मानक के अनुरूप इस्तेमाल न कर विभागीय अभियंताओं व ठेकेदार ने जेब भरने में ज्यादा किया है। इन लोगों की कारस्तानी व दूषित मानसिकता के चलते 25 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अफसोस जताया है।
मौन धारण करने से पहले हुआ हादसा
अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचने परिवार और रिश्तेदारों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बारिश से बचने के लिए जिस शेड की तरफ वो कदम बढ़ा रहे हैं, वहीं उनकी जीती जागती कब्रगाह जाएगी। संयोग रहा कि अंतिम संस्कार के दौरान धारण किये जाने वाले मौन के दौरान यदि यह हादसा होता तो मरने वालों की संख्या इससे अधिक होती।
सरकार ने की मृतकों के परिजनों को दो दो लाख देने की घोषणा
यूपी की प्रदेश सरकार नेे मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान कर दिया है।