झारखंड की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के ठिकानों पर एक साथ ईडी ने छापेमारी कर 25 करोड़ रुपये नकद बरामद किये हैं। इस कैश को गिनने के लिये मशीनें मंगाई गई हैं। सूत्रों का दावा है कि पूजा सिंघल के पास करीब 150 करोड़ रूपये की संपत्ति हैं। पूजा सिंघल वर्तमान में खान और भूविज्ञान विभाग की सचिव और झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (जेएसएमडीसी) की प्रबंध निदेशक हैं। वहीं झारखंड के मुख्यमंक्षी हमेंत सोरेन ने ईडी की इस छापेमारी को गीदड़ भभकी करार दिया है।
आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है। पूजा के 20 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है। उनके घर से 25 करोड़ रुपये नगद मिले हैं। जिसे मशीन से गिना जा रहा है। गढ़वा में कथित अवैध खनन मामले में पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी की यह कार्रवाई हो रही है। झारखंड कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ झारखंड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत सौंपी है।

बहुचर्चित मनरेगा घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को यह कार्रवाई की है। ईडी ने मनरेगा घोटाले के वक्त खूंटी की तत्कालीन उपायुक्त सह वर्तमान में झारखंड सरकार की खान एवं उद्योग विभाग की सचिव आइएएस अधिकारी अधिकारी पूजा सिंघल व उनके सहयोगियों से जुड़े पांच राज्यों के 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को गीदड़ भभकी बताते हुए कहा कि हम अपवाद नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी राजनीति की जो परिभाषा गढ़ना चाह रही है, उसे समझने के लिए उन्होंने बच्चों के खेल-खेल में हारने पर विकेट-बाल लेकर भागने की प्रवृति का उदाहरण दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राजनीतिक लड़ाई के मैदान में नहीं जीत पाती है तो अपनी मशीनरी का ‘सदुपयोग’ करके उसे लगता है कि वह पार पा लेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा है नहीं और न ही होगा। प्रोजेक्ट भवन में शुक्रवार को चुनाव आयोग की त्वरित कार्रवाई से जुड़े मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग से ही पूछना बेहतर होगा लेकिन देश में कानून है, संविधान है। इसके विरुद्ध जो जाता है उसे परिणाम भी भुगतना पड़ता है।