दिल्ली में आठ साल बाद हुए धमाके की जैश उल हिंद ने ली जिम्मेदारी
दिल्ली। दिल्ली में करीब आठ साल बाद हुए बम धमाके की जांच के दौरान नये सुराग हाथ लगे हैं। जैश उल हिंद नामक संगठन ने इजराइली दूतावास के निकट हुए बम धमाके की जिम्मेदारी ली है। ये किस तरह का संगठन है, इसके तार किसके साथ जुड़े हुए हैं, क्या ये कोई स्लीपर सेल है, इसकी जानकारी जांच एजेंसियों के पास नहीं है। पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और NIA की टीम कर रही है। मौके से जांच एजेंसियों को एक पत्र मिला है, जिसमें लिखा गया है कि यह तो सिर्फ एक ट्रेलर था। इसी पत्र में ईरान के दो ईरानियों की हत्या का भी जिक्र है। लिखा है कि वो सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेंगे। लेटर में परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की हत्या का भी जिक्र है। बता दें कि ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की ड्रोन-गन से हत्या की गई थी। ईरान ने इस हत्या कांड के लिये इजरायल को जिम्मेदार बताया था। यह हत्या 30 नबम्बर 2020 को हुई थी।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दिल्ली में आठ साल पूर्व धमाका हुआ था। यह धमका 13 फरवरी 2012 को हुआ था। इसमें इजरायली राजनयिक को निशाना बनाया गया था। दूतावास के कर्मचारी समेत 4 लोग जख्मी हुए थे। इससे पहले 7 सितंबर 2011 को दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर ब्लास्ट हुआ था। हाईकोर्ट के बाहर धमाके में 11 लोगों की मौत हुई थी और 80 जख्मी हुए थे। हालांकि गत दिवस इजराइली दूतावास के निकट हुए बम धमाके में किसी जान माल की हानि नहीं हुई है। धमाका हल्का होने के कारण तीन कार के शीशे टूट गये थे।