इंदौर। आज हम आपको देश में सफाई के मामले में पहला स्थान पाने वाले शहर इंदौर का वह काला सच दिखाने जा रहे हैं जिसने इंसानियत व मानवता को शर्मसार कर दिया है। इस वीडियो को देखकर यही कहा जायेगा कि मानवता और अमानवीयता के बीच का फांसला स्वच्छ शहर के रूप में विख्यात इंदौर ने एक नये रूप में पार कर लिया। नगर निगम इंदौर ने कूड़ा करकट की सफाई के साथ ही उन बुजुर्ग लोगों को भी ट्रक में जानवरों की तरह भर कर शहर के बाहर डाल दिया जिनके बच्चों ने वृद्धावस्था के कारण उन लोगों से किनारा कर लिया है। शहर से कूड़े की तरह इन वृद्ध महिलाओं व बुजुर्गों को चुग चुग कर ट्रक में डाला गया था। इंदौर नगर निगम अपने इस कृत्य को अंजाम दे ही रहा था कि स्थानीय लोग वहां पहुंच गये और उन्होंने इस शर्मनाक घटना का विरोध कर दिया। मजबूरन निगम कर्मियों को वापस लौटना पड़ा। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश सरकार को इस काले कारनामे पर घेर लिया है तो गर्दन बचाने के लिये दो कर्मचारियों को सेवा से मुक्त कर दिया गया है।
आइये पहले आपको दिखाते हैं इंदौर नगर निगम की काली कारतूत जिसने इंसानियत को तार तार कर दिया है। इतना ही नहीं, इस वायरल वीडियो में ट्रक ड्राइवर आदि को इस करतूत पर बेशर्मी से हंसता हुआ भी देखा जा सकता है। इस बारे में अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने यह सफाई देने की कोशिश की। उन्होंने कहा है कि इन वृद्ध लोगों को शहर में बने रैन बसेरा ले जाना था लेकिन गलती से ये लोग वहां पहुंच गये।