वाशिंगटनः सारी दुनिया को कोरोना के चलते मुसीबत में डालने के लिये जिम्मेदार माने जाने वाले चीन पर अमेरिकी रक्षा विभाग ने और नकेल कसने का काम किया है। गुरूवार को रक्षा विभाग ने नौ और चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इनमें फोन निर्माता कंपनी शाओमी भी शामिल है। अमेरिका का आर्थिक दृष्टिकोण से यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बता दें कि अमेरिकी रक्षा विभाग ने गत जून 2020 में कांग्रेस को ऐसी कंपनियों की प्रारंभिक लिस्ट जारी की थी जिनका असैनिक फर्म के रूप में संचालन करते समय सैन्य संबंध माना जाता है। इसके बाद दिसंबर 2020 में लिस्ट में और कंपनियों के नाम जोड़े गए। गुरुवार की अपडेटेड लिस्ट के बाद अब 40 से अधिक कंपनियां हैं जिन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया दिया गया है।
जिन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया गया है उनमें शाओमी के अलावा एडवांस्ड माइक्रो-फेब्रिकेशन इक्विपमेंट इंक (AMEC), लुओकॉन्ग टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन (LKCO), बीजिंग झोंगगुंकुन डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट सेंटर( GOWIN) सेमीकंडक्टर कॉर्प, ग्रैंड चाइना कंपनी (GCAC), ग्लोबल टोन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (GTCOM), चाइना नेशनल एविएशन होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (CNAH) और कमर्शियल एयरक्राफ़्ट कॉर्पोरेशन ऑफ़ चाइना (COMAC) शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के रक्षा विभाग ने अपने बयान में कहा है कि विभाग पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के मिलट्री-सिविल फ्यूजन स्ट्रैट्रजी को उजागर करने और उसका मुकाबला करने के लिए दृढ़ संकल्प है। जो एडवांस टैक्नोलॉजी और विशेषज्ञता हासिल और विकसित करने के लिए अपनी पहुंच सुनिश्चित करके पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के आधुनिकीकरण लक्ष्यों को सपोर्ट करता है। इसमें वे कंपनियां, विश्वविद्यालय और रिसर्च प्रोग्राम्स भी हैं जो सिविल एंटीटिज प्रतीत होते हैं।