अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही 20 जनवरी को सत्ता हस्तांतरण की बात कही हो और कांग्रेस ने जो बाइडन की जीत पर अपनी मोहर भी लगा दी हो लेकिन ट्रंप के तेवर अभी ढीले नहीं पड़े हैं। यही कारण है कि यूएस कैपिटल बिल्डिंग में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद अब डोनाल्ड को पद से तुरंत हटाने की मांग की जा रही है। जिस बिल्डिंग पर ट्रंप समर्थकों ने हमला किया, उसमें अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य बैठते हैं। तमाम लोग अब ट्रंप को पद से हटाने के लिए उन पर महाभियोग लगाने या 25वें संविधान संशोधन का इस्तेमाल करने की बात कह रहे हैं।
वर्जीनिया से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद डोनाल्ड बेयर ने बुधवार को कहा, “डोनाल्ड ट्रंप हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा है। वह उन्हें पद से हटाने और महाभियोग लगाने का समर्थन करते हैं। बेयर ने कहा कि 25वें संविधान संशोधन के जरिए ट्रंप को पद से हटाना ज्यादा आसान होगा। बता दें कि ट्रंप के कार्यकाल में सिर्फ 14 दिन ही बचे हैं, ऐसे में महाभियोग का विकल्प बहुत व्यावहारिक नहीं माना जा रहा है। गंभीर व दिलचस्प बात यह भी है कि ट्रंप की पार्टी के भी कई सदस्य उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। वर्मोन्ट से रिपब्लिकन पार्टी के गवर्नर फिल स्कॉट ने ट्वीट किया, “बस बहुत हुआ। राष्ट्रपति ट्रंप को इस्तीफा देना चाहिए या कैबिनेट या कांग्रेस को उन्हें पद से हटा देना चाहिए.”
अमेरिका के प्रमुख अखबार ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की संपादकीय टीम ने ट्रंप को हटाने की बात कही है और 25वें संविधान संशोधन का इस्तेमाल का समर्थन किया है। अखबार ने अपनी संपादकीय टिप्पणी में लिखा है, “राष्ट्रपति ट्रंप अगले 14 दिन के लिए पद पर बने रहने के लिए अयोग्य हैं। उनके कार्यकाल का एक-एक सेंकेंड कानून व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.” वॉशिंगटन पोस्ट ने अमेरिका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से कैबिनेट बुलाकर 25वें संविधान संशोधन को लागू करने और ट्रंप के बचे कार्यकाल की जिम्मेदारी संभालने की अपील की है।