सीएम योगी बोले- महंत नरेंद्र गिरि की मौत से परेशान हूं, समाज के लिए अपूरणीय क्षति ।।
- नरेंद्र गिरि की मौत से हम सभी परेशान- योगी
- सीएम योगी ने किए अंतिम दर्शन
- प्रयागराज कुंभ में मिला सहयोग – योगी
- महंत जी का सहयोग मिलता रहता था- योगी
- बीजेपी और सपा नेता से होगी पूछताछ
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार किया है. आनंद गिरी के खिलाफ प्रयागराज में केस दर्ज हुआ है. बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. उनका शव अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ स्थित उनके आवास में पंखे पर लटका मिला था. मठ को सील कर दिया गया है. पुलिस ने वहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. उन्होंने अपने शिष्य आनंद गिरि पर परेशान करने का आरोप लगाया है.सीएम योगी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की घटना से हम सब परेशान हैं. संत समाज और प्रदेश सरकार की ओर से उनके प्रति विनम्र श्रद्धांजलि के लिए मैं खुद यहां आया हूं. ये हमारी आध्यात्मिक और धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है. अखाड़ा परिषद और संत समाज के सेवा जिस तरह से की वो अविस्मरणीय है । आगे योगी ने कहा कि प्रयागराज कुंभ 2019 को सुरक्षित और सुव्यवस्थित करने के लिए उनका सहयोग मिला था. मान-अपमान की चिंता किए बगैर प्रयागराज कुंभ को भव्यता के साथ आयोजित करने के लिए उन्होंने पूरा योगदान दिया था । योगी ने कहा कि प्रयागराज कुंभ की भव्यता, सुरक्षता, 13 अखाड़ों के बीच संवाद और समन्वय, आचार्य धर्माचार्यों के बीच बेहतर संवाद और सम्मान, इन सबको लेकर उन्होंने सुदंर प्रयास किया था. इसी का परिणाम था कि प्रयागराज कुंभ पहली बार वैश्विक मंच पर पहली बार अद्भुत घटना के रूप में जाना जाता है । महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में पुलिस एडिशनल एसपी ओपी पांडे से भी पूछताछ करेगी. ओपी पांडे भी उन लोगों में से एक थे जिन्होंने नरेंद्र गिरी और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच मध्यस्थता कराई थी. मध्यस्थता कराने वालों में समाजवादी पार्टी के नेता इंदु प्रकाश मिश्रा और बीजेपी नेता सुशील मिश्रा भी शामिल थे. इन दोनों से भी पुलिस पूछताछ करेगी ।।