धर्मान्तरण पर योगी सरकार सख्त, उमर गौतम समेत 6 के खिलाफ चार्जशीट
विदेशों से आता था पैसा
उमर गौतम बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का काम कर रहा था
देश विरोधी विचारधारा से भी जोड़ा जा रहा था
लखनऊ। धर्मान्तरण मुद्दे पर यूपी की योगी सरकार का सख्त रूख सामने आया है। बड़े पैमाने पर इस काम में लगे गैंग के खिलाफ एटीएस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चार्जशीट गैंग के सरगना उमर गौतम, जहांगीर आलम, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, इरफान शेख और सलाउद्दीन के खिलाफ दाखिल की गई है। इस सिलसिले में एटीएस अब तक दस गिरफ्तारी कर चुकी है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि नई दिल्ली के जामिया नगर निवासी मोहम्मद उमर गौतम बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का काम कर रहा था। वह गाजियाबाद में अपनी संस्था इस्लामिक दावाह सेंटर और नोएडा की डेफ सोसायटी को केंद्र बनाकर पूरे भारतवर्ष में धर्मांतरण करा रहा था। गिरोह के सदस्य आर्थिक रूप से कमजोर और दिव्यांग खासकर मूक-बधिर किशोरों को बहला-फुसलाकर, डरा-धमका कर, बलपूर्वक, लालच और नाजायज दबाव डालकर उनका धर्म परिवर्तन करा रहे थे। इन लोगों को कट्टर विचारधारा से जोड़कर उनके मन में मूल धर्म के प्रति नफरत का भाव भरा जा रहा था। उमर गौतम और उसके गैंग की इस करतूत से विभिन्न धर्मों के बीच आपसी वैमनस्य एवं कटुता काफी तेजी से बढ़ रही थी। ये भी पता चला है कि रेडिकलाइज़्ड और धर्मान्तरित व्यक्तियों को देश विरोधी व अतिवादी विचारधारा से भी जोड़ा जा रहा था।
एडीजी ने बताया कि एटीएस ने उमर गौतम और उसके 5 साथियों के खिलाफ छल करने, पूजा के स्थान पर अपराध करने, राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने, उपासना के स्थान अथवा पवित्र स्थान या वस्तु को नष्ट करने या अपवित्र करने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत चार्जशीट दाखिल की है। धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र के प्रसाद कावड़े उर्फ एडम, अर्सलान उर्फ भूप्रिय बंदो, कौसर आलम तथा डॉ फराज के खिलाफ जांच चल रही है। जल्द उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की जाएगी।