देश की 15वें राष्ट्रपति के रूप में आज द्रोपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण कर ली। अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा कि आज देश का गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूर्ण भी कर सकता है। “राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है।
पदभार की शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं। वह आज समस्त देशवासियों को, विशेषकर भारत के युवाओं को और भारत की महिलाओं को ये विश्वास दिलाती हैं कि इस पद पर कार्य करते हुए उनके लिए उनके हित सर्वोपरि होंगे। उनके इस निर्वाचन में पुरानी लीक से हटकर नए रास्तों पर चलने वाले भारत के आज के युवाओं का साहस भी शामिल है। ऐसे प्रगतिशील भारत का नेतृत्व करते हुए आज वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि वह देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हैं जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है। हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है। इन 25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों पर आगे बढ़ेगा- सबका प्रयास और सबका कर्तव्य।
follow us on facebook https://www.facebook.com/groups/480505783445020
follow us on twitter https://twitter.com/home
follow us on you tube https://www.youtube.com/channel/UCQAvrXttAEoWXP6-4ATSxDQ
follow us on website https://firstbytetv.com/