टिकैत के आंसू बने किसान आंदोलन के लिये संजीवनी ।।
गाजियाबाद: बीती रात जहां यह लग रहा था कि किसान आंदोलन अब कुछ ही घंटों का मेहमान है और पुलिस धरना स्थल को खाली करा लेगी वहां बीती रात से ही किसानों का जमावड़ा लगना पुनः शुरू हो गया है। ऐसा भाकियू नेता राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद कही गयी बातों के कारण हुआ। रात में ही सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने यूपी गेट की तरफ कूच कर दिया। मुजफ्फरनगर से भी कई वाहन भर कर वहां पहुंच गये। आज इसी क्रम में मुजफ्फरनगर में किसानों की बड़ी पंचायत बुलाई गई है। समझा जा रहा है कि इस पंचायत में किसान आंदोलन की भावी कार्ययोजना पर कोई मोहर लगाई जा सकती है।
बता दें कि बीते दिवस योगी सरकार के कड़े रुख के बाद जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया था कि आज रात धरना स्थल को खाली कर दिया जाये, अन्यथा पुलिस इस कार्य को अंजाम देंगी। इससे पहले धरना स्थल की बिजली और पानी बाधित कर दिया गया था। राकेश टिकैत के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात किये जाने के बाद बिजली और पानी बहाल कर दिया गया था। आज जहां धरना स्थल पर भारी लोग जमा हो गये हैं वहीं फोर्स की चहलकदमी और संख्या भी बढ़ने लगी है। 28 नवम्बर से यह धरना चल रहा है। बीते दिवस शाम को यह कयास लगने शुरू हो गये थे कि नोटिस मिलने के बाद राकेश टिकैत सरेंडर कर सकते हैं। उनका भाषण चल ही रहा था कि पुलिस मंच पर चढ़ गयी। वहीं दूर एक तरफ इशारा करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा विधायक अपने गुंडों को लेकर वहां आये हुए हैं, और धरना हटने पर वह उनके साथ मारपीट करेंगे। माहौल बदला औऱ कुछ ही देर में राकेश टिकैत ने घोषणा कर दी कि ऐसे तो वह सरेंडर करने वाले नहीं हैं। अब हर हाल में धरना जारी रहेगा। जबरन हटाने की कोशिश की गई तो वह यहीं जान दे देंगे। भावुकता में कहे गये राकेश टिकैत के इन बोलो का असर यह हुआ कि रात में ही बड़ी संख्या में किसानों ने धरना स्थल पर पहुंचना एक बार फिर से शुरू कर दिया था।