देश में महंगाई अपने चरम पर है। डीजल पेट्रोल व आम वस्तुओं के रेट बढ़ने के साथ अब रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाने जा रहा है। संकेत मिल रहे हैं कि बुधवार को सुबह दस बजे सेंट्रल बैंक फिर से रेपो रेट बढ़ाने की घोषणा करेगा। इसका सीधा असर यह होगा कि ईएमआई की धनराशि बढ़ जायेगी। गंभीर बात यह भी है कि इस बढ़ती महंगाई से आम जन ही नहीं बल्कि रिजर्व बैंक और सरकार भी परेशान हैं। यह बात अलग है कि वह महंगाई रोक नहीं पा रहे हैं। बता दें कि रिजर्व बैंक पिछले ही माह महंगाई पर काबू पाने के लिये रेपो रेट बढ़ा चुका है।
दरअसल, रिजर्व बैंक ने मई में मौद्रिक नीति समिति की आपात बैठक बुलाई थी। ऐसा महंगाई बढ़ने के कारण करना पड़ा था। जून माह में मौद्रिक नीति समिति की नियमित बैठक तय थी। जून की एमपीसी बैठक इस सप्ताह सोमवार को शुरू हुई और बुधवार को संपन्न होगी। बैठक के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास लिये गये निर्णयों की जानकारी देंगे। बढ़ती महंगाई को देखते हुए माना जा रहा है कि एक बार फिर से रेपो रेट बढ़ाए जाएंगे। रेपो रेट कितने बढ़ेंगे नजर अब इस बात पर है।
आपको याद दिला दें कि आरबीआई ने पिछले महीने करीब दो साल बाद पहली बार रेपो रेट में बदलाव किया था. कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक ने एक के बाद एक कटौती कर रेपो रेट को निचले स्तर पर ला दिया था। उसके बाद करीब दो साल तक रेपो रेट महज 4 फीसदी पर बना रहा था पिछले महीने रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 कर दिया था। यह करीब चार साल बाद रेपो रेट में पहली बढ़ोतरी थी।