सत्ता के तंग होते गलियारो में पाकिस्तान के राजनीतिक हालात बराबर बिगड़ते जा रहे हैं। आज पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री का चयन होना है लेकिन कराची से लाहौर तक इमरान खान के समर्थक सड़कों पर आ गये हैं। वह लगातार मांग कर रहे हैं कि इमरान खान को दोबारा से प्रधानमंत्री बनाया जाये। इससे पहले बीते दिवस रविवार को रावलपिंडी में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) पार्टी के शेख राशिद ने एक रैली को संबोधित किया। दिलचस्प तथ्य यह है कि इस रैली में ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगे। इन नारों को सेना के खिलाफ बताया जा रहा है।
दरअसल, पाकिस्तान में विपक्ष इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था। इसे डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया था। इसके बाद इमरान की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दी। डिप्टी स्पीकर और राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के फैसले को खारिज करते हुए स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने का आदेश दिया था। इमरान फ्लोर टेस्ट में फेल हो गए, जिसके बाद वह पीएम पद से हट गए। अब पाकिस्तान में नई सरकार का गठन होना है। इमरान खान की खिलाफत के पीछे सेना प्रमुख का हाथ बताया जा रहा है।
पाकिस्तान को आज नया वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री मिलना है। नेशनल असेंबली में दोपहर करीब 2 बजे नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा। संयुक्त विपक्ष की ओर से पीएमएल-एन के उम्मीदवार के रूप में शाहबाज शरीफ जबकि इमरान की पार्टी पीटीआई की ओर से शाह महमूद कुरैशी ने नामांकन दाखिल किया है।
दरअसल, इमरान को पीएम की कुर्सी से हटाने के पीछे पाकिस्तान की सेना और सेना प्रमुख जनरल बाजवा का हाथ माना जा रहा है। हालांकि, संबोधन के दौरान थोड़ी देर बाद शेख राशिद ने जनता से ऐसे नारे न लगाने की अपील की, जिसके बाद जनता शांत हुई। इस नये घटनाक्रम के दौरान यह भी देखने में आ रहा है कि इमरान खान को पाकिस्तान नागिरकों का एक बड़ा तबका प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है। इसके लिये ही पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में इमरान के सपोर्ट में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के प्रदर्शन जारी हैं. फिलहाल इस्लामाबाद, कराची, पेशावर, मालाकंद, मुल्तान, खेबर, झांग और क्वेटा में विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी जारी है। इमरान ने समर्थकों का एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि यह एतिहासिक भीड़ है, जो ‘बदमाशों’ के नेतृत्व वाली इंपोर्टेड सरकार का विरोध कर रही है।