रेपो दर में पचास बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर में पचास बेसिस प्वाइंट की वृद्धि करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद जल्द ही बैंक़ होम लोन, पर्सनल लोन व कार लोन की ईएमआई में बढ़ोतरी कर सकते हैं। इस निर्णय के बाद रेपो दर 4.90 फीसदी हो गई है। गौरतलब यह तथ्य भी है कि आरबीआई ने आठ जून को मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद पांच सप्ताह में दूसरी बार रेपो रेट में बदलाव किया है।
बता दें इससे पूर्व 4 मई 2002 को ही आरबीआई ने अचानक रेपो रेट में 0.40 बेसिस प्वाइंट के इजाफे का ऐलान किया था। वही आरबीई की तरफ से 5 हफ्ते बाद आज यानी 8 जून 2022 को फिर रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है।आरबीआई की तरफ से ग्लोबल मार्केट में कमोडिटी की बढ़ती कीमतों एवं पेट्रोल-डीजल सहित अन्य ईंधन के बढ़ते दबाव की वजह से रेपो रेट में बदलाव किया है।
आरबीआई की तरफ से रिटेल महंगाई देर अप्रैल-जून की तिमाही में 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया गया है। जबकि दूसरी तिमाही के दौरान रिटेल महंगाई दर 7.4% रहने का अनुमान है। जबकि वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में यह आंकड़ा 6.2 फीसदी हो सकता है। जबकि चौथी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 5.8 फीसदी हो सकती है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 31 मई को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी अनुमानों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी विकास दर के 8.7% रहने का अनुमान है। जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में वास्तविक जीडीपी महामारी यानी 2019-20 के स्तर से ज्यादा है।