ठेले पर नींबू बेचते बेचते याकूब कुरैशी हुआ बेहिसाब संपत्ति का मालिक, नौ करोड़ के खेत जब्त
- 1989 तक ठेले पर बेचता था नींबू
- मीट व्यवसाय में अधांधुध की कमाई
- सभी विभाग रहते थे नतमस्तक
- अफसरों को खूब अब्लाइज किया याकूब कुरैशी ने
- सिपाही को थप्पड़ तक मार चुका है याकूब
- प्रदूषण व पुलिस की मेहरबानी से कमाई अकूत संपत्ति
ठेले पर नीबू बेचते बेचते मीट व्यवसाय में उतर कर अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले हाजी याकूब कुरैशी की उल्टी गिनती तेज हो गयी है। आज खरखौदा के गांव छातरपुर में दो खेत कुर्क कर लिये गये। ये दोनों खेत याकूब की पत्नी संजीदा बेगम के नाम है और इनकी कीमत करीब नौ करोड़ रुपये आंकी गई है। इस क्रम में याकूब कुरैशी की कुल 31 करोड़ 77 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क की जानी प्रस्तावित है। इसकी कार्यवाही भी तेज कर दी गई है। चारों तरफ से परेशानी में घिरे याकूब कुरैशी वर्तमान में सोनभद्र जेल में बंद है जबकि उसके दोनों बेटे इमरान कुरैशी व फिरोज कुरैशी को जमानत मिल गयी है। संपत्ति कुर्क करने की यह कार्यवाही गैंगस्टर एक्ट के तहत की जा रही है।
याकूब कुरैशी ने अपने व्यवसाय की शुरूआत ठेले पर नीबू बेचने से की थी। इसमें उसके भाई भी सहयोगी थे। देखते देखते मीट व्यवसाय में उतरने के बाद कुरैशी फैमिली का सीधा टकराव अखलाक फैमिली से हुआ। मीट व्यवसाय में मोटा मुनाफा पाते हुए दोनों के बीच हमेशा ही राजनीतिक व व्यवसायिक प्रतिस्पद्धा के साथ सीधे टकराव के हालात बने रहे। गोलीबारी की भी कई घटनाएं दोनों खानदानों के बीच हुई हैं। बताया जाता है कि इस व्यवसाय से रोजाना करीब बीस से पच्चीस लाख रुपये की रोजाना आमदनी होने के कारण देखते ही देखते याकूब कुरैशी भी अकूत संपत्ति में खेलने लगा था। याकूब कुरैशी का सिक्का किस कदर यूपी में चल रहा था कि उस पर हाथ डालने का कोई विभाग सपने में भी सोचने से गुरेज करता था। यही कारण रहा कि एक बार याकूब कुरैशी ने एक सिपाही को सरेबाजार थप्पड़ जड़ दिया था। इस थप्पड़बाजी पर भी यूपी पुलिस खून का घूंट पीकर रह गयी थी।
याकूब कुरैशी लंबे समय से पैसे के बल पर अवैध रूप से खरखौदा में अपनी फैक्ट्री चला रहा था। सभी विभाग चाहे वह पावर कारपोरेशन हो, प्रदूषण विभाग हो, पुलिस हो फिर प्रशासनिक अफसर सभी याकूब के काले कारनामों पर पर्दा डाले हुए थे। योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद मेरठ पुलिस व प्रशासन ने एक साथ कई विभागों को लेकर फैक्ट्री पर छापा मारा तो पर्ते खुलती चली गई। मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा सील की गई फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित होती पाई गई। करीब पांच करोड़ रुपये का मीट यहां से बरामद किया गया। इस मीट की पैकेजिंग व प्रोसेसिंग चल रही थी। इतना सब कुछ हो रहा था लेकिन सभी संबंधित अधिकारी मोटी कमाई के कारण आंख पर पट्टी बांधे हुए अपने कक्ष में लगे एसी की ठंडी हवा खा रहे थे।

अब याकूब कुरैशी पर शिकंजा कसने की कार्यवाही शुरू हुई तो याकूब कुरैशी की मुसीबते बढ़ती चली गई हैं। दोनों बेटे इमरान व फिरोज की गिरफ्तारी के साथ ही याकूब कुरैशी को भी गिरफ्तार बड़ी मशक्कत व लंबी अवधि करीब दस माह बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अपने पैसे के बल पर वह बराबर पुलिस से दूरी बनाये हुए था। यहां जिला कारागार भी भेजा गया तो यहां भी उसके दबदबे व ऐश ओ आराम में कोई फर्क नहीं पड़ा। शिकायत हुई तो याकूब को सोनभद्र स्थानान्तरित कर दिया गया। वर्तमान में फिरोज व इमरान जमानत पर बाहर आ गये हैं जबकि याकूब कुरैशी अभी जेल में ही है। उसकी 31 करोड़ 77 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क करने के आदेश डीएम ने दे दिये हैं।

गुरूवार को सीओ किठौर रुपाली रॉय ने बताया कि हाजी याकूब कुरैशी की पत्नी संजीदा बेगम के नाम गांव छातरपुर खरखौदा में दो खेत है। इन्हें आज कुर्क कर लिया गया है। इनकी कीमत करीब नौ करोड़ रुपये आंकी गई है। कुल 31 करोड़ से अधिक कीमत की संपत्ति कुर्क होनी है। जिसे धीरे- धीरे कुर्क किया जाएगा।
बता दें कि पुलिस, प्रशासन ने याकूब की संपत्तियों का जो ब्यौरा जुटाया है उसमें 26 संपत्तियां जमीन और भवन के रूप में हैं और 32 वाहन हैं। इसमें दो दर्जन से ज्यादा चार पहिया वाली महंगी गाड़ियां हैं। सात आलीशान कोठियां हैं। सीओ किठौर रुपाली राय गैंगस्टर के तहत याकूब की संपत्ति जब्त करने के लिए चिह्नित की जा रही थी। इसमें याकूब का हापुड़ रोड स्थित स्कूल, अस्पताल, मीट फैक्ट्री, प्लॉट, सराय बहलीम स्थित दो मकान समेत अन्य जगहों पर संपत्ति बताई गई है।
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की जाहिदपुर, पीपलीखेड़ा, शकरपुर, दरियागंज, आड़, अलीपुर आदि गांवों में जमीन मिली है। कुछ जगह निर्माण भी है। याकूब की पत्नी संजीदा बेगम की सराय बहलीम कोतवाली में दो कोठियां हैं। जाहिदपुर में एक कोठी और 6 जगह भवन भी मिले हैं। याकूब उसके बेटे इमरान, फिरोज के नाम मर्सिडीज, जैगुवार, रेंजर रोवर के साथ स्पोर्ट्स बाइकें हैं। अलफहीम मीटेक्स कंपनी के नाम 23 गाड़ियां हैं। इसमें इनोवा, 5 स्कॉर्पियो, पजेरो, बुलेरो हैं। याकूब की फैक्ट्री अलफहीम मीटेक्स को अभी जब्त नहीं किया गया है। दरअसल, इसमें कई पार्टनर बताये गये हैं जिस कारण जांच अभी जारी है। पुलिस ने भी पूरे मामले में 245 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है। कुल मिलाकर याकूब कुरैशी की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही हैं।
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