ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की गई अफसरी, आयोग ने दिखाया बाहर का रास्ता
आईएएस चयन के तुरंत बाद ही विवादों में घिरी पूजा खेडकर की अफसरी यूपीएससी ने छीन ली है। यूपीएससी ने न केवल पूजा का सलेक्शन रद्द कर दिया है बल्कि भविष्य में ऐसी किसी भी परीक्षा में भाग लेने पर भी रोक लगा दी है। अब इसके बाद वह आईएएस अफसर नहीं रही है। 2023 बैच की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर के खिलाफ UPSC ने पहचान बदलकर तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सर्विसेस का एग्जाम देने के मामले में FIR दर्ज कराई थी।
सिविल सर्विसेस में सिलेक्शन के लिए पहचान बदलने और विकलांगता सर्टिफिकेट में गड़बड़ी की आरोपी है पूजा खेडकर। दरअसल, यूपीएससी ने पूजा को नोटिस जारी कर सिलेक्शन कैंसिल करने को लेकर जवाब भी मांगा था। आयोग ने कहा था कि पूजा के खिलाफ जांच में पाया गया कि उन्होंने अपना नाम, माता-पिता का नाम, सिग्नेचर, फोटो, ईमेल ID, मोबाइल नंबर और एड्रेस बदलकर आयोग का एग्जाम दिया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूजा के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और डिसेबिलिटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
इसके बाद 18 जुलाई, 2024 को आयोग ने पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन पर फर्जी पहचान बताकर परीक्षा नियमों में निर्धारित सीमा से ज्यादा बार बैठने का प्रयास करने का आरोप था। पूजा को 25 जुलाई तक ही इस नोटिस का जवाब देना था। लेकिन पूजा ने 4 अगस्त तक का समय मांगा। लेकिन आयोग ने उन्हें 30 जुलाई तक का ही समय दिया। हालंकि वे इस तारीख तक जवाब नहीं दे पाईं। इसके बाद आयोग ने कार्रवाई की।
पूजा पर ट्रेनिंग के दौरान पद का गलत इस्तेमाल करने और खराब आचरण करने का आरोप लगा था। सबसे पहले पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सुहास दिवासे ने पूजा के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद उनका ट्रांसफर वाशिम कर दिया गया था।
पूजा की UPSC में गड़बड़ी के मामले में और भी खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि पूजा ने आयोग के अटेम्प्ट बढ़ाने के लिए अपने नाम और उम्र में बदलाव किया था। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में पूजा की तरफ से लगाए गए 2020 और 2023 के दो आवेदनों में पूजा के अलग-अलग नाम हैं।
पूजा ने 2020 के आवेदन में अपना नाम ‘खेडकर पूजा दिलीपराव’ और उम्र 30 साल बताई थी। वहीं, 2023 में CAT के आवेदन में उन्होंने अपना नाम ‘पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर’ और उम्र 31 साल बताई। सवाल उठाया जा रहा है कि तीन साल के अंतराल में उनकी उम्र एक ही साल कैसे बढ़ सकती है।
दरअसल, UPSC में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट को 32 साल की उम्र तक 6 बार परीक्षा देने की अनुमति होती है। वहीं OBC कैटेगरी का अभ्यर्थी 35 साल तक 9 बार परीक्षा दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पूजा ने कुल 11 बार सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी हैं।
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