10 जिलों के हजारों किसानों ने की मेरठ में महापंचायत
- मेरठ कमिश्नरी पार्क में किसानों की महापंचायत आज
- ट्रैक्टर ट्रॉली के अलावा बुलडोजर लेकर पहुंचे किसान
- पंचायत न करने के लिए टिकैत बन रहा था दबाव
- वेस्ट यूपी के 10 जिलों के किसान हजारों की संख्या में पहुंचे
- महापंचायत में भाजपा पर वादा खिलाफी का आरोप
- गन्ने का मूल्य बढ़ाने व जल्द भुगतान की मांग
- 20 मार्च को दिल्ली के जंतर मंतर पर होगी बड़ी महापंचायत
- राकेश टिकैत को मिली थी जान से मारने की धमकी
भारतीय किसान यूनियन ने एक बार फिर से किसानों की समस्याओं को लेकर हुंकार भर दी है। मेरठ के कमिश्नरी पार्क में बड़ी संख्या में किसानों का पहुंचना जारी है। ट्रैक्टर ट्राली के अलावा किसान बुलडोजर लेकर भी पहुंचे हैं। महापंचायत को किसान नेता राकेश टिकैत भी संबोधित करेंगे। यह महापंचायत गन्ने का बकाया भुगतान, गन्ने की मूल्य वृद्धि, महंगी होती खेती, ट्यूबवेल पर मीटर लगने के कारण परेशान हो रहे किसान और आलू किसानों की फसलों के बेहद कम दाम मिलने, आवारा पशु आदि समस्याओं को लेकर की जा रही है। इस बीच, राकेश टिकैत ने यह आरोप लगाते हुए किसानों में सनसनी मचा दी है कि पंचायत न करने के लिये उन पर बराबर दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा उनका संदिग्ध लोगों द्वारा लगातार पीछा भी किया जा रहा है। यहां तक ही फ्लाइट में भी उन पर बराबर नजर रखी जा रही है।
मेरठ कमिश्नरी पर हो रही इस महापंचायत में वेस्ट यूपी के दस जिलों से किसान आ रहे हैं। इनमें बड़ी तादात में महिलाएं भी शामिल हैं। भाकियू के आह्वान पर उमड़ रही भीड़ को देखते हुए पुलिस व जिला प्रशासन ने भी एहतियातन कदम उठाये हैं। रूट डायर्वजन के अलावा वहां बैरिकेडिंग भी लगायी गयी हैं। महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू युवा के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि सरकार ने गन्ना भुगतान 14 दिन में करने की बात कही थी लेकिन अभी तक किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। किसानों को सिर्फ धोखा दिया गया। केंद्र व प्रदेश की सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी। सरकार किसानों के मामले में हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। सरकार नलकूपों पर मीटर लगाकर किसानों का शोषण कर रही है। आवारा पशुओं को लेकर सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किए, आवारा पशु किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं।
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