सीएमओ कार्यालय के बाहर हजारों आशा कार्यकर्ता ने लगाया जाम
- लंबे समय से मानदेय ना मिलने पर, सीएमओ से लगाई गुहार
- कार्यालय के बाहर जाम लगाकर धरना देते हुए ज्ञापन सौंपा
- आशा बहनों का कहना है क्या अपना हक मांगना जुर्म है
- अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो सड़क पर ऐसे ही जाम लगेगा:आशा
लंबे समय से मानदेय ना मिलने पर आशा महिलाओं ने सीएमओ से लगाई थी,गुहार लगाते हुए आज सोमवार को सीएमओ कार्यालय के बाहर जाम लगा कर धरना देते हुए ज्ञापन सौंपा। एक बार फिर से बता दें मेरठ के कमिश्नर चौराहे पर एक निश्चित मानदेय को लेकर सैकड़ों की तादाद में आशा बहनों ने विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञापन में आशा बहनों ने गुहार लगाते हुए लिखा कि हम आशा बहनों का पैसा क्यों नहीं दिया जा रहा? हमारी कितनी मेहनत की कमाई है। जो जनवरी 2022 से बढ़ाकर 1500 रु कर दी गई है। आशा बहनों का कहना है कि क्या अपना हक मांगना जुर्म है। उनका कहना है सब बहनों के लेटर बनवा दिए गए हैं हमारा शोषण किया जा रहा है।अगर हमारी मांगे पूरी कर दी जाती है तो संचारी रोग का जो अभियान चल रहा है हम उस पर लौट जाएंगे। और धरने के दौरान जो दूसरा शनिवार टीकाकरण छूटा हुआ है वह भी कराने की कृपा करें। आशाओं ने आगे लिखा कि शहर वाली आशाओं का पेमेंट नही पहुंचा है और ब्लॉक वाली आशाओं के 2 से 3 मंथ के 1500 रुपए आ गए हैं।