ऐसी होगी देश की पहली रैपिड रेल, आज हुआ स्टेटिक ट्रायल,दुहाई में चलती दिखी
- एनसीआरटीसी ने 51 सेंकेंड का वीडियो जारी किया
- दुहाई डिपो में 700 मीटर ट्रैक पर दौड़ी रैपिड
- मेरठ में रैपिड के साथ कुछ स्टेशन तक मेट्रो भी दौड़ेगी
- वर्ष 2024 के तक मेरठवासी उठा सकेंगे अनूठा अनुभव
- रैपिड रेल का काम अब शहर में आने लगा नजर
मेरठ से दिल्ली के बीच का फांसला महज 50 मिनट में जल्द सिमटने जा रहा है। यह खबर बेहद शकून देने वाली है कि देश की पहली रैपिड रेल का आज दुहाई डिपो पर स्टेटिक ट्रायल हो गया। यह ट्रायल से पहले का मेडन-रन है। रैपिड रेल का मुख्य ट्रायल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मौजूदगी में किया जाएगा। रैपिड रेल का ट्रायल अक्तूबर 2022 में संभावित है। एनसीआरटीसी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर 51 सेकेंड का एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें रैपिड रेल दुहाई डिपो में 700 मीटर ट्रैक पर चलती हुई दिखाई दे रही है।
बता दें कि मेरठ से दिल्ली तक 82 किलोमीटर में आरआरटीएस का कार्य बड़ी तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। भूमिगत रेल मार्ग से इतर अब बेगमपुल से परतापुर तक रैपिड रेल का कार्य नजर आने लगा है। वहीं रात दिन भूमिगत मार्ग का भी निर्माण दिन रात चल रहा है। बड़ी बड़ी मशीने रेलवे मार्ग पर रोजाना देखना अब मेरठवासियों को बेहतर अनुभव कराने लगा है। रैपिड रेल के प्राथमिकता खंड के प्रमुख चार स्टेशन अब नजर आने लगे हैं। स्टेशनों का करीब 75 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ने ब्रह्मपुरी स्टेशन का डिजाइन जारी कर दिया है। ब्रह्मपुरी एलिवेटेड स्टेशन है।
दरअसल, मेरठ में ब्रह्मपुरी स्टेशन से आगे भूमिगत ट्रैक बनाया जाएगा जो कि गांधीबाग पर जाकर खत्म होगा। मेरठ में तीन स्टेशन मेरठ सेंट्रल, बेगमपुल, और भैंसाली बस अड्डा भूमिगत होंगे। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि रैपिड रेल के ट्रैक पर ही मेरठ में मेट्रो का संचालन मेरठ दक्षिण यानी मोहद्दीनपुर से लेकर मोदीपुरम तक किया जाएगा। मोदीपुरम में एक डिपो भी बनाया जाएगा। यहां रैपिड रेल का मेंटेनेंस किया जाएगा। साहिबाबाद से लेकर दुहाई तक पहला चरण मार्च 2023 में शुरू होने की संभावना है। वहीं 2024 के अंत तक मेरठ रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।