अगर आप तंबाकू नहीं छोड़ पा रहे तो .. कैंसर निसंदेह आपका तंबाकू छुड़वा देगा
तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर मेरठ कैंसर हॉस्पिटल व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मेरठ के संयुक्त तत्वधान मे “WALKATHON” का आयोजन किया गया। मेरठ कैंसर हॉस्पिटल से शुरू हुआ यह कार्यक्रम आईएमए भवन में समाप्त हुआ। प्रोग्राम का शुभारंभ जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मोहन व जिला वन अधिकारी राजेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर किया। जिसमें शहर के गणमान्य चिकित्सक, प्रबुद्ध नागरिक, विभिन्न खेलों से संबंधित खिलाड़ी और स्कूल के बच्चों ने भाग लिया।
तंबाकू निषेध दिवस पर जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान मेरठ कैंसर हॉस्पिटल के निर्देशक डॉक्टर उमंग मित्तल ने बताया कि तंबाकू में आर्सेनिक, टार आदि जैसे लगभग 7000 केमिकल होते हैं जिनमें से लगभग 70 कैंसर का कारण बनते हैं। तंबाकू से फेफड़ों व मुंह का कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है। यह जरूरी नहीं कि आप धूम्रपान करेंगे तो ही उसके केमिकल्स आपके फेफड़ों में असर करेंगे। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहते हैं जो धूम्रपान करता है तो लाज़मी है कि उसके टॉक्सिक केमिकल आपके फेफड़ों में असर करेंगे। यही कारण है कि धूम्रपान न करने वालों में भी एयर पॉल्यूशन की वजह से लंग कैंसर होने का खतरा बना रहता है। आगे बताया कि उनके पास आने वाले 60% मरीज ऐसे होते हैं जिनको सिगरेट , बीड़ी, खैनी, गुटखा आदि के कारण गले और फेफड़ों संबंधी समस्याएं अपितु कैंसर होता है। तंबाकू के कारण हुए कैंसर से मरीज को अकाल मृत्यु भी प्राप्त हो जाती है।
तंबाकू का सेवन करने वालों को इस बात को समझना चाहिए कि इसका सेवन करने से आप न सिर्फ कैंसर रोगी बनते हैं बल्कि एक दर्द भरी इलाज प्रक्रिया से आपको गुजरना पड़ता है। साथ ही आपका परिवार भी एक मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना से गुजरता है। मरीज अक्सर ठीक हो भी जाते हैं लेकिन ठीक होने की कीमत बिगड़ा हुआ चेहरा या जीवनशैली होती है।
सुप्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉक्टर राशि अग्रवाल ने कहा अगर आप ठान ले तो मनोचिकित्सा आपको तंबाकू छोड़ने में मदद करती है। जब तक आप इसे छोड़ने का टारगेट नहीं बनाएंगे तब तक आप इससे निजात नहीं पा सकते। कार्येक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर आशीष जैन, डॉ संजय गुप्ता, गौरव सिंह, मुकेश शर्मा, संजय अग्रवाल ,नलिन मिथल, शालिनी मिथल, नीरज कौशिक, सुनील कुमार सत्यदेव, सागर शर्मा आदि ने अहम भूमिका निभाई।