महिंद्रा ग्रुप के CEO अनीश शाह ने कहा- मैन्यूफैक्चरिंग और नौकरी के मौके बढ़ाना जरूरी
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट’ में विकसित भारत की परिकल्पना को लेकर देश के जाने-माने उद्योगपतियों, राजनेताओं, मनोरंजन जगत की नामचीन और दिग्गज हस्तियों के साथ चर्चा की जा रही है और वो अपने आइडिया शेयर करके विकसित भारत@2047 के लक्ष्य पर आगे बढ़ने की राह दिखाएंगे. आइडियाज ऑफ इंडिया समिट के सेशन की शुरुआत देश के दिग्गज उद्योगपति डॉ अनीश शाह के साथ हुई. डॉ अनीश शाह महिंद्रा ग्रुप के सीईओ और समूह की मूल कंपनी एमएंडएम के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, ये फिक्की के अध्यक्ष भी हैं । महिंद्रा ग्रुप के ग्रुप सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ अनीश शाह का कहना है कि भारत की वर्कफोर्स 2030 तक अपने चरम पर पहुंच जाएगी. इसको ध्यान में रखते हुए हमें मैन्यूफैक्चरिंग और रोजगार के मौकों को तेजी से बढ़ाना होगा. अगर हम धीमी गति से विकास करेंगे तो ये एक डिजाजस्टर होगा और हम देश की विशाल युवा जनसंख्या को नौकरी देने में असमर्थ होंगे । इसके पहले सेशन में डॉ अनीश शाह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की तरफ बढ़ रही है. देश 7 फीसदी की विकास दर से आगे बढ़ रहा है और अगले साल इसके 8 फीसदी तक जाने की उम्मीद है. भारत इस समय आर्थिक, कूटनीतिक और सामाजिक विषयों के क्षेत्र के साथ हर क्षेत्र में लीडरशिप पोजीशन ले रहा है जिसके पीछे लक्ष्य है कि लोगों का जीवन स्तर सुधारा जा सके । डॉ अनीश शाह ने कहा कि G-20 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर आधारित थी और मैं ऐसा मानता हूं कि समावेशी विकास ही इसकी कुंजी है. भारत इस समय हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है और वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए अपने महत्व को लगातार बढ़ा रहा है. महिंद्रा समूह के सीईओ डॉ अनीश शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, महिलाओं के नेतृत्व में होने वाला विकास, कृषि समद्धि और नेक्स्ट जेनरेशन के लिए स्टेबिलिटी का लक्ष्य लेकर काम करना होगा जिससे लॉन्ग टर्म डेवलपमेंट हो सकेगा ।।