लंपी वायरस से संक्रमित गाय घूम रही हैं सड़कों पर, दिया बछड़े को जन्म
यूपी में गायों की बेहद दुर्दशा है। अधिकांश लोग दूध निकालकर उन्हें सड़कों पर छोड़ दे रहे हैं। दिन भर चारे की तलाश में ये गायें कूड़ा करकट खाकर पेट भर रही हैं। इसके अलावा लंपी वायरस ने भी इन्हें मुसीबत में डाल दिया है। एक अनुमान के मुताबिक यूपी में अब तक करीब दो सौ गायों की लंपी वायरस से मौत हो चुकी है। मेरठ में भी बड़ी संख्या में गाय इस रोक से ग्रस्त हैं। आज कानून गोयान मोहल्ले में लंपी वायरस से ग्रसित एक गाय ने बछड़े को जन्म दिया है। इनकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं हैं।
यूपी में करीब 200 गायों की मौत के बाद 21 हजार गाय इससे संक्रमित बताई जा रही हैं। मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी में इसका ज्यादा संक्रमण देखा जा रहा है। दूसरे राज्यों से पशु लाने और पशु मेले पर रोक लगाई गई है। जहां तक इस बीमारी का प्रश्न है तो इसमें आम तौर पर पशुओं की खाल पर गांठें पड़ जाती है। फिर उनमें पस पड़ जाता है। घाव आखिर में खुजली वाली पपड़ी बन जाते हैं, जिस पर वायरस महीनों तक बना रहता है। यह वायरस जानवर की लार, नाक के स्राव और दूध में भी पाया जा सकता है। इसके अलावा, पशुओं की लसीका ग्रंथियों में सूजन आना, बुखार आना, अत्यधिक लार आना और आंख आना, वायरस के अन्य लक्षण हैं।
मेरठ में पूर्व भाजपा पार्षद विजय आनंद ने फर्स्ट बाइट को बताया कि कानून गोयान में एक संप्रदाय विशेष के लोग दूध निकालकर गायों को भोजने के लिये सड़कों पर भटकने के लिये छोड़ देते हैं। आज वायरस से ग्रसित एक गांव ने बछड़े को जन्म दिया है। व्यापारी नेता विजय आनंद ने आज नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी हरपाल सिंह को इससे अवगत कराया है।