लखनऊ के सख्त तेवर के बाद लगा याकूब कुरैशी पर गैंगस्टर एक्ट
उत्तर प्रदेश मेरठ

लखनऊ के सख्त तेवर के बाद लगा याकूब कुरैशी पर गैंगस्टर एक्ट

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  • आठ माह बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं
  • एक अप्रैल को सील फैक्ट्री मिली थी चलती हुई
  • पांच करोड़ का मीट बरामद हुआ था बंद फैक्ट्री से
  • याकूब की पत्नी को मिली जमानत
  • फाइल की मोटाई बढ़ा कर पुलिस हुई सुस्त

पुलिस के हाथ भले ही कितने लंबे हों लेकिन वे बसपा के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी व उसके बेटों तक वे नहीं पहुंच पाये हैं। पुलिस व प्रशासन की जो टीम जिस जोश के साथ याकूब एंड संस के पीछे पड़ी थी वह देखते ही देखते रफूचक्कर हो गया। आठ माह बाद भी ठेले पर नीबू बेचते बेचते करोड़ों में खेलने वाला याकूब कुरैशी गिरफ्तार नहीं हो सका। आठ माह की चुप्पी पर सवाल उठे तो अब भगौड़े याकूब कुरैशी, पत्नी व दोनों बेटों इमरान व फिरोज पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया गया। आरटीआई एक्टिविस्ट संदीप पहल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदि को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि गैरकानूनी धंधा करने वाले याकूब कुरैशी एंड संस को बचाने, अवैध मीट को बचाने, गैंगस्टर एक्ट न लगने देने के इस खेल में शासन, प्रशासन, पुलिस, अभियोजन पक्ष,मेरठ विकास प्राधिकरण, विधायक-सांसद की मिलीभगत है। संदीप का यह भी कहना है कि जो मीट अवैध है, उसके बार बार सैंपल क्यों लिये जा रहे हैं, ऐसा याकूब कुरैशी को राहत देने के लिये किया जा रहा है और इस राहत के बदले करोड़ों रुपये की रिश्वत ली गई है। मैं हूं रवि शर्मा और आप देख रहे हैं फर्स्ट बाइट टीवी…

दरअसल, पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने  भारी दल बल व तमाम विभागों को लेकर हापुड़ रोड अल्लीपुर स्थित याकूब कुरैशी की फैक्ट्री पर छापा मारा था। यह फैक्ट्री मेरठ विकास प्राधिकरण ने सील कर रखी है बावजूद इसके वहां धड़ल्ले से मीट की पैकेजिंग की जा रही थी।  पुलिस ने इस पर याकूब कुरैशी, उसके पुत्र इमरान व फिरोज, पत्नी संजीदा बेगम समेत 15 लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एक वक्त ऐसा लगा कि पुलिस किसी भी कीमत पर हाजी याकूब एंड संस को गिरफ्तार करके ही मानेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और पुलिस के तेवर एकाएक ही शांत हो गये। समझा जा सकता है कि ऐसा किस कारण हुआ होगा।

अलबत्ता इतना जरूर हुआ कि इस मामले से जुड़ी फाइलों की मोटाई लगातार बढ़ती रही। पुलिस ने फैक्ट्री से जुड़े दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन याकूब परिवार पर वह हाथ नहीं डाल पायी।  अलबत्ता इतना जरूर हुआ कि हाजी याकूब की पत्नी संजीदा बेगम की जमानत हो गयी, बावजूद इसके याकूब , इमरान व फिरोज को आठ माह बाद भी पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया।

अब मामला जब लखनऊ तक पहुंचा, शिकायतों के दौर शुरू हुए तो याकूब कुरैशी ,पत्नी व बेटों पर गैंगस्टर लगा दिया गया।

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