भ्रष्ट विभागों की गिनती में शुमार क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के आरटीओ के पास कितनी अकूत संपत्ति हो सकती है यह मध्यप्रदेश के जबलपुर एआरटीओ संतोष पाल के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू द्वारा की गई छापेमारी से पता चलता है। एआरटीओ संतोष पाल व उनकी पत्नी की आय से 650 प्रतिशत से अधिक संपत्ति का इस छापेमारी में खुलासा हुआ है। इसके अलावा छह आलीशान कोठी, सोलह लाख रुपये नकद, सोने चांदी के जेवरों की भरमार रखने वाला एआरटीओ संतोष पाल किसी धनकुबेर से कम नही पाया गया। ईओडब्ल्यू की टीम की जांच अभी जारी है।
जबलपुर के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पदस्थ एआरटीओ संतोष पाल के यहां बुधवार देर रात यह छापेमारी की गई। संतोष पाल क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी हैं और उनकी पत्नी रेखा पाल क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में लिपिक। दरअसल, धीरज कुकरेजा एवं स्वप्निल सर्राफ ने विशेष न्यायालय लोकायुक्त में संतोष पाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में परिवाद दायर किया था। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने जिसका सत्यापन निरीक्षक स्वर्णजीत सिंह धामी से कराया। सत्यापन में आये साक्ष्यों के आधार पर EOW की टीम ने बुधवार देर रात को संतोष पाल के घर रेड डाली।
अभी तक बरामद संपत्ति की कीमत पांच करोड़ से ज्यादा आंकी जा रही है। ईओडब्लयू ने उनके खिलाफ धारा 13 (1) बी, 13 (2) भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 संशोधित अधिनियम, 2018 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। संतोष पाल पर इससे पूर्व आटो चालक को धमकाने, मनमानी वसूली जैसे कई संगीन आरोप लगे हैं। हाईवे पर अवैध वसूली सहित कई मामलों के कारण संतोष पॉल सुर्खियों में रहते हैं। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में भी संतोष पॉल के खिलाफ जांच हो चुकी है।
आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई छानबीन में अब तक संतोष पाल की जो संपत्ति सामने आयी है उनमें एक आवासीय भवन, पी. पी. कॉलोनी, ग्वारीघाट वार्ड, जबलपुर ( 1247 वर्ग फिट), एक आवासीय भवन, शंकर शाह वार्ड, जबलपुर (1150 वर्ग फिट), दो आवासीय भवन शताब्दीपुरम् एम. आर. -04 रोड, जबलपुर (10,000 वर्ग फिट), एक आवासीय भवन कस्तूरबा गांधी वार्ड, जबलपुर (570 वर्ग फिट), एक आवासीय भवन गढ़ा फाटक, जबलपुर (771 वर्ग फिट निर्माण), ग्राम दीखाखेड़ा, चरगवां रोड, जबलपुर में फार्म हाउस (1.4 एकड़), कार आई–20, एम.पी. 20 सीबी 5455, स्कार्पियो एम. पी. 20 एचए 8653, मोटर साइकिल पल्सर एम.पी.-20 एन.एफ. 2888, मोटर साइकिल बुलट एम. पी. –20 एमस. जेड 5455 शामिल हैं।