अटल जी से मिली थी सदन में सही बर्ताव की सीख
सरकार और विपक्ष सभी को आत्ममंथन करने की जरुरत
विपक्ष के तौर पर कांग्रेस पार्टी का और मजबूत होना जरूरी
नई दिल्ली। एक और जहां संपूर्ण भाजपा देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को सवालों के कटघरे में खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ती वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु और अटल विहारी वाजपेयी को ‘लोकतंत्र के आदर्श राजनेता’ बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार और विपक्ष के नेताओं को आत्ममंथन कर अपने बर्ताव को और बेहतर बनाने की जरुरत है।
गडकरी ने यह बात हाल ही में संसद के मानसून सत्र के दौरान सांसदों के व्यवहार को लेकर कही। तीन कृषि कानूनों, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और पेगासस जासूसी मामले के चलते संसद का लगभग पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “वाजपेयी और नेहरु, ये हिंदुस्तान के लोकतंत्र के आदर्श नेता थे, दोनों ही अपने लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन करने की बात कहते थे। वाजपेयी की राजनीतिक विरासत हमारी प्रेरणा है और पंडित जवाहर लाल नेहरु का भारत के लोकतंत्र में अहम योगदान है.”
गडकरी ने यह भी कहा कि सदन में अपने व्यवहार को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों को ही आत्ममंथन की जरुरत है। कारण साफ है आज जो विपक्ष है वो कल सत्ता में भी आ सकता है और आज की सत्तारूढ़ पार्टी कल विपक्ष में बैठ सकती है। हमारे किरदार बदलते रहते हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि मानसून सत्र में जिस तरह का हंगामा हुआ उस से उन्हें बहुत तकलीफ हुई।
कांग्रेस पार्टी के वर्तमान हालात पर गडकरी ने कहा कि एक सफल और मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्ष का होना बेहद जरूरी है। नेहरु ने हमेशा ही वाजपेयी को इज्जत दी। वो हमेशा मजबूत विपक्ष की जरुरत पर जोर देते थे। इसलिए कांग्रेस विपक्ष के तौर पर और मजबूत बननी चाहिए। विचार के आधार पर उन्हें जिम्मेदार विपक्ष का काम करना चाहिए। यही उनकी उनके लिए शुभकामना है।