मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में यूं साधे गये यूपी के राजनीतिक समीकरण
मोदी टीम में आये तमाम नये बदलाव
43 मंत्रियों को दिलाई गई शपथ
ज्योतिरादित्य को मिला सरकार गिराने का इनाम
रवि शंकर प्रसाद समेत 13 बड़े चेहरों से लिये गये इस्तीफे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट के ताजातरीन फेरबदल और विस्तार देकर अपने सहयोगी दलों को साधने की कोशिश की है। इसी क्रम में लंबे समय से उपेक्षा का दंश झेल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। सिंधिया के पिछले साल 11 मार्च को कांग्रेस छोड़ भाजपा का भगवा धारण कर लिया था। उनके इस कदम के बाद ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ की सरकार गिर गयी थी। इसके बाद ही शिवराज सिंह की भाजपा सरकार बन गयी थी। समझा जा रहा है कि इसका ईनाम लंबी प्रतीक्षा के बाद सिंधिया को दिया गया है। विस्तार में जदयू नेता और बिहार से राज्यसभा सदस्य आर सी पी सिंह, हाजीपुर से लोकसभा सदस्य पशुपति कुमार पारस और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल को कैबिनेट में जगह दी गई है। बता दें कि मोदी कैबिनेट में आज 36 नए मंत्री शामिल किए गए हैं और सात मंत्रियों को प्रमोट किया गया है। कुल 43 मंत्रियों ने शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह से पहले कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद, डॉ. हर्षवर्धन, बाबुल सुप्रियो, रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा और रतन लाल कटारिया समेत कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।
वर्तमान में बिहार में जेडीयू भाजपा गठबंधन सरकार है। जेडीयू कैबिनेट में अधिक सीटे मांग रही थी लेकिन सिर्फ आरसीपी सिंह ही मंत्री बन सके। वहीं एलजेपी में हाल ही में टूट पड़ गई थी और चिराग पासवान अलग-थलग पड़ गए थे। पारस को मंत्री बनाए जाने के फैसले पर चिराग पासवान ने एतराज जताते हुए कहा है कि पार्टी विरोधी और शीर्ष नेतृत्व को धोखा देने के कारण लोक जनशक्ति पार्टी से पशुपति कुमार पारस को पहले ही पार्टी से निष्काषित किया जा चुका है और अब उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल करने पर पार्टी कड़ा ऐतराज दर्ज कराती है। चिराग पासवान ने कहा पीएम मोदी के इस अधिकार का वह सम्मान करते हैं कि अपनी टीम में वह किसे शामिल करें और किसे नहीं लेकिन जहां तक एलजेपी का सवाल है पारस हमारे दल के सदस्य नहीं हैं।मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल में उत्तर प्रदेश के अगले साल होने वाले चुनाव को भी ध्यान में रखा गया है। ऐसे में मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल को मंत्री बनाया गया है। वह पूर्वांचल के दिग्गज कुर्मी नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य मंत्री रह चुकी हैं। इनके अलावा उत्तर प्रदेश के सात सांसदों को नए मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है। इनमें 6 लोकसभा के सदस्य हैं तो वहीं एक राज्यसभा के भी सदस्य शामिल हैं।
जिन सात नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल रही है उनमें आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल, लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्र टेनी, राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा, मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर, जालौन से सांसद भानु प्रताप सिंह वर्मा, बीजेपी की सहयोगी अपना दल की मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल, महाराजगंज से छठी बार सांसद बने पंकज चौधरी का भी नाम शामिल है। समझा जा रहा है कि इस विस्तार के जरिये जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को साधने की कोशिश की गई है।