मेरठ छावनी परिषद में हड़ताल, सफाई व्यवस्था ठप
मेरठ। मेरठ कैंट की वित्तीय स्थिति डावांडोल व कर्मियों को पेशन का भुगतान न होने के विरोध में छावनी परिषद कार्यालय पर कर्मचारियों ने आजताले डाल दिये। साथ ही परिषदीय इलाकों की सफाई व्यवस्था भी ठप कर दी है। कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए कैंट विधायक सत्यप्रकाश व बोर्ड सदस्य अनिल जैन के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारी बोर्ड बैठक में सदस्य अनिल जैन के उस कथन से नाराज हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्मचारियों के वेतन से उन्हें क्या लेना देना। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है जब तक इसके लिये खेद व्यक्त नहीं किया जायेगा, हड़ताल जारी रहेगी।बता दें कि छावनी परिषद की एक बड़ी आय टोल बैरियर से होती है। पिछले दिनों परिषद ने आठ स्थानों से बढ़ा कर टोल बैरियर की संख्या 11 कर दी थी। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना था कि जिस सड़क पर छावनी परिषद का अधिकार भी नहीं है, उस पर भी परिषद ठेकेदार से मिलकर जबरन वसूली कर रहा है। इसे लेकर हंगामा हुआ और अंत में बोर्ड बैठक में तीन बैरियर हटाने का फैसला हो गया। बताया जा रहा है कि इससे छावनी परिषद की आय पर सालाना बीस करोड़ रुपये का फर्क पड़ा है। हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में राजस्व बढ़ाने पर भी चर्चा हुई थी। चर्चा का एक बिंदू यह भी रहा कि कर्मचारियो की पेशन का भुगतान भी धन अभाव में नहीं हो पा रहा है। वेतन के भी लाले पड़ते नजर आ रहे हैं। इस पर सदस्य अनिल जैन ने यह कह दिया था कि वे जनप्रतिनिधि हैं और उन्हें पब्लिक की परेशानी देखनी है, परिषद कर्मचारियों के वेतन व पेंशन से उन्हें क्या लेना देना। इस पर परिषद के कर्मचारी सड़क पर आ गये हैं और उन्होंने कार्यालय गेट पर टेंट लगा दिया है। हड़ताल शुरू हो गयी है।