मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत ने तय की आंदोलन की नयी दिशा, आंदोलन जारी रहेगा ।।
मुजफ्फरनगर में आज हुई किसान महापंचायत ने सरकार के सामने बड़ी चुनौती पेश कर दी है। महापंचायत में जिस तरह की भीड़ जुटी उसके बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि गाजीपुर धरना स्थल को खाली कम से कम उस योजना के तहत तो नहीं कराया जा सकेगा जिस पर एक दिन पहले तक जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार अड़ा हुआ था। प्रशासन ने धरने पर बैठे लोगों को साफ कहा था कि रात बारह बजे तक वह इस जगह को खाली कर दें। इससे पहले धरना स्थल पर बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित कर दी गई थी। टेंट हटाये जाने के चलते एक बारगी लगा था कि अब यह किसान आंदोलन दम तोड़ चुका है लेकिन भाकियू नेता राकेश टिकैत की भावनात्मक बोल ने किसान आंदोलन को संजीवनी प्रदान कर दी। मुजफ्फरनगर में आहूत की गई महापंचायत इसकी बानगी भर है। महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि गाजीपुर बार्डर पर बहुत भीड़ है, अभी वहां जाने की जरूरत नहीं है।
महापंचायत में नरेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार चाहती तो फैसला बहुत जल्दी हो जाता। अगर मुद्दे का हल नहीं होता तो गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन चलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक नंदकिशोर ने आंदोलन को संजीवनी दी है। भाजपा ने 70 दिन 70 तरह के आरोप लगाए। टिकैत ने कहा कि चौधरी अजित सिंह को हराकर भूल कर दी, इसमें हम भी दोषी हैं। चौधरी चरण सिंह के परिवार का किसानों पर अहसान है, आगे ऐसी गलती ना करना। इस दौरान आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा कि लोटे में नमक डाल लो, जब तक कानून रद्द नहीं हो जाता तब तक इनका बहिष्कार करो।