स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 का शोभित विश्वविद्यालय में भव्य समापन
शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन कर एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है। इस प्रतिष्ठित हैकाथॉन में देशभर के 12 राज्यों से 250 से अधिक प्रतिभाशाली छात्रों ने भाग लिया और समाज की प्रमुख समस्याओं के समाधान के लिए अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया। यह आयोजन देशभर में तकनीकी नवाचार और समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
मुख्य समस्याएं और उनके समाधान
इस वर्ष के स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में प्रतिभागियों को समाज के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित पांच प्रमुख समस्याओं पर कार्य करने का अवसर मिला। इन समस्याओं के समाधान से न केवल समाज के वंचित वर्गों के जीवन में सुधार की उम्मीद जगी, बल्कि भविष्य में इन तकनीकी समाधानों का व्यापक प्रभाव भी देखने को मिलेगा।
1. स्पीच लैंग्वेज थेरेपी का डिजिटलीकरण
छात्रों ने डिजिटल उपकरणों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके स्पीच लैंग्वेज थेरेपी के समाधान तैयार किए, जो विशेष रूप से बोलने में कठिनाईयों का सामना कर रहे लोगों के लिए फायदेमंद होंगे।
2. ऑडियो-विज़ुअल सामग्री का भारतीय सांकेतिक भाषा में रूपांतरण
इस समाधान का उद्देश्य मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए शिक्षा और संचार के क्षेत्र में सहायक उपकरण प्रदान करना था, जिससे वे बेहतर तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकें।
3. भारतीय सांकेतिक भाषा से टेक्स्ट/स्पीच में अनुवाद
छात्रों ने एक ऐसा प्रोटोटाइप विकसित किया, जो भारतीय सांकेतिक भाषा के शब्दों को टेक्स्ट और स्पीच में अनुवादित कर सकता है, जिससे मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए संवाद आसान हो सके।
4. दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए स्मार्ट समाधान
दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए स्मार्ट उपकरणों का विकास किया गया, जो उनकी दैनिक गतिविधियों में सहायक होंगे, और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे।
5. शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए सहायक तकनीक
शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए ऐसे उपकरण तैयार किए गए, जो उनकी जीवनशैली को अधिक सुविधाजनक और स्वतंत्र बनाएंगे।
इन समस्याओं पर काम करने वाली टीमों का गहन मूल्यांकन किया गया, जिसमें उपयोगिता, व्यवहार्यता, समग्रता, और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों पर ध्यान दिया गया। पांच विजेता टीमों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया, जो उनके प्रयासों को सम्मानित करने के रूप में था।
विजेता टीमों का विवरण:
1. स्पीच लैंग्वेज थेरेपी का डिजिटलीकरण
– विजेता टीम: टीम इनोवा 8
– टीम लीडर:यश बुद्धदेव
– कॉलेज: एसवीकेएम का द्वारकादास जे. संगवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मुंबई
समाधान: इस टीम ने डिजिटल उपकरणों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके स्पीच लैंग्वेज थेरेपी के समाधान तैयार किए, जो विशेष रूप से बोलने में कठिनाईयों का सामना कर रहे लोगों के लिए फायदेमंद होंगे।
2. ऑडियो-विज़ुअल सामग्री का भारतीय सांकेतिक भाषा में रूपांतरण
– विजेता टीम: टीम अल्ट्रिटा 2024
– टीम लीडर: मुकुंद कुशवाह
– कॉलेज: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई
समाधान: इस समाधान का उद्देश्य मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए शिक्षा और संचार के क्षेत्र में सहायक उपकरण प्रदान करना था, जिससे वे बेहतर तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकें।
3. भारतीय सांकेतिक भाषा से टेक्स्ट/स्पीच में अनुवाद
– विजेता टीम: टीम फेलिसिया
– टीम लीडर: उज्जवल सेठ
– कॉलेज: एक्रोपोलिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च, इंदौर
समाधान: इस टीम ने एक ऐसा प्रोटोटाइप विकसित किया, जो भारतीय सांकेतिक भाषा के शब्दों को टेक्स्ट और स्पीच में अनुवादित कर सकता है, जिससे मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए संवाद आसान हो सके।
4. दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए स्मार्ट समाधान
– विजेता टीम: टीम साइक्लोन
– टीम लीडर: लॉरेन
– कॉलेज:* श्री कृष्ण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर
समाधान: दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए स्मार्ट उपकरणों का विकास किया गया, जो उनकी दैनिक गतिविधियों में सहायक होंगे और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे।
5. शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए सहायक तकनीक
– विजेता टीम: टीम की इनोवेटर्स
– टीम लीडर: हरिकेश दास
– कॉलेज: बंगाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोलकाता
समाधान: शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए ऐसे उपकरण तैयार किए गए, जो उनकी जीवनशैली को अधिक सुविधाजनक और स्वतंत्र बनाएंगे।
हैकाथॉन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने अपने उद्घाटन भाषण में छात्रों की सराहना की। उन्होंने कहा अब हमारे देश में अवसरों की कमी नहीं रही है जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया। उन्होंने शोभित विश्वविद्यालय की भूमिका को भी सराहा और कहा, “शोभित विश्वविद्यालय ने मेरठ में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, जो छात्रों को तकनीकी और शैक्षिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने में सहायक है।”
शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि अगर किसी टीम का सॉल्यूशन सलेक्ट न हुआ है लेकिन उस टीम को हताश होने की अवश्यकता नहीं है क्योंकि सभी सॉल्यूशन उतने ही महत्वपूर्ण है। हमें एक दूसरे का हैंड होल्ड करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों के नवाचारों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन नवाचार और तकनीकी कौशल का उत्सव है, जो हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विद्यार्थियों की क्षमता को नया दिशा देने का काम करता है और उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।
विशिष्ट अतिथि, सीडीओ मेरठ, नुपुर गोयल ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कहा कि “यह आयोजन तकनीकी नवाचार और समाज के भले के लिए एक बेहतरीन कदम है। छात्रों का योगदान न केवल उनकी प्रतिभा को दर्शाता है, बल्कि यह समाज में वास्तविक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। शोभित विश्वविद्यालय इस दिशा में शानदार कार्य कर रहा है।”
कार्यक्रम के दौरान शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर वी.के. त्यागी ने भी अपने प्रेरणादायक शब्द साझा किए। उन्होंने छात्रों के नवाचारों की सराहना करते हुए कहा, “यह हैकाथॉन समाज की समस्याओं के समाधान में छात्रों के योगदान को दर्शाता है और यह देश में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में शोभित विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को पुनः प्रमाणित करता है।”
प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ जयानंद ने भी छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “हमारे छात्र न केवल तकनीकी ज्ञान में आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि वे समाज को सुधारने के लिए अपने प्रयासों को समर्पित कर रहे हैं, जो हमारे राष्ट्र की प्रगति के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।”
आर.एल. बिश्नोई, निदेशक, जम्मू और कश्मीर बैंक ने भी इस आयोजन को सराहा और कहा कि “हमें गर्व है कि जम्मू और कश्मीर बैंक इस प्रकार के नवाचारों का समर्थन कर रहा है, जो समाज में परिवर्तन लाने में मदद करते हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वाइस प्रेसिडेंट इंटरनेशनल अभिनव शोभित जी की गरिमामई उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए और सभी मेंटर्स को मोमेंटो और शाल देकर सम्मानित किया गया। विजेता टीमों को नकद पुरस्कार के रूप में ₹1 लाख का वितरण किया गया। इस आयोजन की सफलता में शोभित विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों का योगदान अत्यंत सराहनीय रहा।
कार्यक्रम के अंत में नोडल ऑफिसर डॉक्टर निधि त्यागी जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इसके अलावा, निर्णायक मंडल में श्री शुभम शर्मा, डॉ. रावलि माथुर, आदिति अग्रवाल पटवाल, डॉ. आंधेशा मंगला, श्री सौरव भट्टाचार्य, बृजेश सिंह बुटोला, डॉ. अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, सुश्री नेहा राजपूत, प्रोफेसर डॉ. तरुण कुमार शर्मा, सुश्री स्नेहा तिवारी, श्री विश्वजीत नायर, श्री विजय कुमार शर्मा, सुश्री खुशी सोनी, और श्री शुभम पोचत ने इस छात्रों को जज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मिनिस्ट्री की ओर से कार्यक्रम में नोडल सेंटर हेड एवं इंचार्ज डॉ. सोनल यादव,सुजीत कुमार,अंकित शर्मा, रजत वर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नेहा यजुर्वेदी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रॉफ वाई विमला, डॉ ममता बंसल, अभिनव पाठक, पवन कुमार, राज किशोर सिंह, डॉ दिव्या प्रकाश, डॉ अशोक कुमार गुप्ता, डॉ अनुज गोयल, डॉ नेहा त्यागी, अमित गर्ग, जितेंद्र जादौन , ईशान एवं अन्य शिक्षकों एवं कर्मचारीयों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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