ओवैसी के गढ़ में बजा बीजेपी का डंका, 49 सीटों पर मिली जीत ।।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में कांटे की टक्कर चल रही है. अब तक के रुझानों में बड़ा उलटफेर हुआ है. शुरूआत में पिछड़ने के बाद टीआरएस ने बढ़त बना ली है. केसीआर की पार्टी पहले स्थान पर चल रही है. वहीं, दूसरे नंबर के लिए बीजेपी और AIMIM के बीच कड़ी लड़ाई है । शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था, लेकिन धीरे-धीरे टीआरएस हावी हो गई. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है । 150 में से 149 सीटों के नतीजे आ गए हैं. टीआरएस ने 55 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, AIMIM को 43 और बीजेपी को 49 सीटों पर जीत मिली है. जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 सीट आई है । रुझानों में उलटफेर के बाद टीआरएस ने बढ़त तो बढ़ा ली है, लेकिन बीजेपी बाजीगर बनकर उभरी है. इस शानदार जीत के बाद सवाल उठता है कि क्या दक्षिण के दुर्ग का दूसरा दरवाजा बीजेपी के लिए जल्द ही खुलनेवाला है. क्या कर्नाटक के बाद बीजेपी दक्षिण के दूसरे राज्यों में भी सत्ता के शिखर पर पहुंचने में कामयाब हो जाएगी. चुनाव तो वैसे नगर निगम का था लेकिन रोमांच किसी लोकसभा-विधानसभा चुनाव से कम नहीं. बीजेपी ने ताकत झोंकी तो नतीजे भी गवाही देने लगे. दक्षिण के दुर्ग में दूसरा दरवाजा खोलने की बीजेपी की रणनीति काम कर गई । देश के सबसे बड़े नगर निगम में से एक ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम का सियासी रसूख ही कुछ ऐसा है कि इस दुर्ग में जगह बनाना बीजेपी के लिए जरुरी था. यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी शामिल हैं. पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं तो तेलंगाना की 5 लोकसभा सीटें आती हैं ।।