ईडी ने तीन हजार छापे मारे, मात्र 23 को दोषी साबित कर पाई, खुला दुरूपयोग-संजय सिंह
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का खुला दुरूपयोग कर रही है। पिछले आठ साल में तीस हजार छापे विपक्षी नेताओं के प्रतिष्ठानों पर डाले गये लेकिन मात्र 23 लोगों को ही ईडी दोषी साबित कर पाई। यह सत्ता का दुरूपयोग नहीं है तो और क्या है।
संजय सिंह संसद के शीतकालीन सत्र को संबोधित कर रहे थे। आप सांसद ने कहा कि सरकारी एजेंसियां जानबूझकर विपक्ष को परेशान करने में लगी हैं। पिछले कुछ वर्षों में विपक्षी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया है। ईडी ने पिछले 8 वर्षों में 3 हजार छापे विपक्ष के नेताओं पर मारे गए और मात्र 23 लोगों को ईडी दोषी साबित कर पाई, यानी कि मात्र 0.5 प्रतिशत। संजय सिंह ने कहा कि इस सदन में प्रियंका चतुर्वेदी के सवाल के जवाब में सरकार ने खुद आंकड़ा दिया है।
संजय सिंह ने राज्यसभा में मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये ईडी 20 हजार करोड़ का घोटाला करने वाले नीरव मोदी के खिलाफ क्यों चुप रहती है। विजय माल्या, नितिन संदेसरा, ललित मोदी, रेड्डी ब्रदर्स, येदियुरप्पा पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। व्यापम घोटाले पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। जितने भ्रष्टाचार आपसे जुड़े हैं उन पर कार्रवाई नहीं करती है। संजय सिंह का कहना है कि इतने बड़े मामलों को नजर अंदाज कर जांच एजेंसियां विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं।