दुनिया का अग्रणी माइक्रो ब्लॉगिंग एप ट्विटर अब विश्व के सबसे रईस आदमी एलन मस्क का हो गया है। एलन मस्क ने ट्विटर के मालिक बनने के बाद सीईओ पराग अग्रवाल और मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल सहित कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया।
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क शुक्रवार को ट्विटर के अधिग्रहण की समय सीमा खत्म होने से पहले इसके नए मालिक बन गए। न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क के मालिक बनने के बाद ही ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पराग अग्रवाल और मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नेड सेगल बर्खास्त कर दिया गया। उन्हें ट्विटर के मुख्यालय से बाहर निकलवाए जाने की भी खबर है। नौकरी से निकाले गए शीर्ष अधिकारियों में ट्विटर की लीगल टीम की प्रमुख विजया गाड्डे भी शामिल हैं।
पराग अग्रवाल समेत शीर्ष अधिकारी इसलिए निशाने पर थे
पराग अग्रवाल, नेड सेगल, विजया गाड्डे समेत ट्विटर के शीर्ष अधिकारी एलन मस्क के लंबे समय से निशाने पर थे। इनके व मस्क के बीच ट्विटर के अधिग्रहण के पहले से तनातनी व जुबानी जंग जारी थी। इसलिए मस्क ने इस सोशल मीडिया साइट का अधिग्रहण करते ही सबसे पहले इनकी छुट्टी की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जब ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पूरी हुई, तब सीईओ पराग अग्रवाल और सेगल ट्विटर के कार्यालय में ही थे। कुछ ही देर में उन्हें ट्विटर मुख्यालय से बाहर निकाल दिया गया।
अप्रैल में किया था अधिग्रहण का एलान
मस्क ने इस साल 13 अप्रैल को ट्विटर के अधिग्रहण का एलान किया था। उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर की दर से 44 अरब डॉलर में इस करार का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, ट्विटर के फर्जी खातों की वजह से ट्विटर व उनके बीच अनबन हुई और उन्होंने 9 जुलाई को इस करार से पीछे हटने का फैसला किया था।
इसके बाद ट्विटर ने मस्क के खिलाफ अमेरिकी कोर्ट में केस दायर किया था। इस पर डेलावेयर की कोर्ट ने 28 अक्तूबर तक ट्विटर की डील पूरी करने का आदेश दिया था। मस्क बुधवार को ट्विटर के दफ्तर सिंक लेकर पहुंचे थे और उन्होंने सब को हैरान कर दिया था।
मस्क के बागडोर संभालने के पहले ही दिन ट्रंप का फर्जी ट्वीट जारी, जताया खेद
मस्क द्वारा अधिग्रहण किए जाने के बाद पहले ही दिन ट्विटर को खेद जताना पड़ा। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक फर्जी ट्वीट जारी हो गया। इसमें ट्रंप द्वारा मस्क को ट्विटर के अधिग्रहण पर बधाई दी गई थी। गलती पकड़ में आते ही ट्विटर ने बयान जारी कर कहा कि यह फर्जी बयान है, इसके लिए हमें खेद है।