सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने के लिए लोगों से जुर्माना के रूप में 10 करोड़ रुपये से अधिक वसूलने के बाद बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) ने फैसला किया है कि वह इस राशि से लोगों को मास्क वितरित करेगा. इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा कि व्यायाम के लिए नियुक्त मार्शलों को दी गई राशि में कटौती के बाद बीएमसी के पास लगभग 5 करोड़ रुपये हैं इस पैसे को लोगों को वापस किया जाना है.
उन्होंने आगे कहा कि इसका उद्देश्य नागरिकों से धन इकट्ठा करना नहीं है बल्कि उन्हें जागरूक करना है. इसलिए, यह तय किया गया है कि एकत्र की गई राशि मास्क वितरित करने के लिए खर्च की जाएगी.
BMC चीफ ने कहा कि मास्क पहले ही खरीद लिए गए थे और प्रत्येक पर BMC का खर्च पांच रुपये आएगा. मास्क और अन्य आवश्यक वस्तुएं पहले से ही उन सभी केंद्रों पर प्रदान की जा रही हैं जहां कोविड के रोगियों का इलाज किया जा रहा है. बीएमसी पहले ही सीमावर्ती योद्धाओं को मॉस्क दे रही थी और अब नागरिकों को भी मास्क मिलेंगे.
इस बात पर जोर देते हुए कि नागरिक निकाय जागरूकता अभियानों पर अपनी ऊर्जा केंद्रित कर रहा है, बीएमसी आयुक्त ने आगे कहा कि बीएमसी पहला नागरिक निकाय होगा जो इतने बड़े पैमाने पर इस तरह के अभ्यास को अंजाम देगा. उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगा कि यह अब सबसे अच्छा कॉल है. बहुत से गरीब लोग भी होंगे जो मास्क नहीं खरीद पाएंगे. इसलिए, आने वाले दिनों में करोड़ों मास्क हमारे जागरूकता अभियान के हिस्से के रूप में मुफ्त में वितरित किए जाएंगे ताकि वे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने के महत्व को समझ सकें.