शाहीन बाग से लौटे बुलडोजर, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका की खारिज
- पीड़ितों की बजाय राजनीतिक दलों के आगे आने पर सुप्रीम कोर्ट खफा
- कोर्ट ने कहा-पीड़ितों की बजाय राजनीतिक दल क्यों आये हैं
- सुप्रीम कोर्ट ने सीपीआईएम की याचिका भी की खारिज
- भाजपा सिर्फ राजनीति कर रही है- आप विधायक
सीएए के खिलाफ लंबे चले धरने के कारण चर्चा में आये दिल्ली के शाहीन बाग पर एक बार फिर से सभी की नजर लगी हुई है। एमसीडी के बुलडोजर आज अपनी ताकत दिखाने वहां पहुंचे तो भारी हंगामा हो गया। तमाम स्थानीय लोगों के अलावा कांग्रेस व आप कार्यकर्ता भी मैदान में इसके विरोध में उतर आये। आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने विरोध करते हुए कहा कि यहां कोई अतिक्रमण नहीं हैं, भाजपा सिर्फ ऐसा राजनीति करने के लिये कर रही है।

इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है, इससे पहले बुलडोजर चलने पर सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए नाराजगी जताई कि जब सुनवाई चल रही है तो बुलडोजर चलाने की जरूरत क्या पड़ी। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए राजनीतिक दलों को लताड़ लगाई कि इस मामले में पीड़ितों की बजाय राजनीतिक दल क्यों याचिका डाल रहे हैं। दरअसल, सीपीआईएम ने इसके खिलाफ याचिका डाली थी,आज वहीं सुनवाई सुप्रीम कोर्ट कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि उनके पास पीड़ित आयें, राजनीतिक दल नहीं। कोर्ट ने सुनवाई से भी इनकार करते हुए सीपीआईएम की याचिका को भी खारिज कर दिया।

उधर, इससे पूर्व एमसीडी के बुलडोजर को शाहीन बाग पहुंचने पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। कोर्ट की लताड़ व भारी विरोध को देखते हुए बुलडोजर तोड़फोड़ की औपचारिकता निभाकर वापस लौट गये थे।