- श्रीलंका में महंगाई चरम पर पहुंची
- लोगों का जीवन यापन बना बड़ी चुनौती
- पेट भरना भी लोगों के लिये बड़ा चैलेंज बना
- चीन व अन्य देशों के कर्ज तले दबने से हुए ये हालात
- श्रीलंका दिवालिया होने के कगार पर पहुंचा
पड़ोसी मुल्क श्रीलंका का आर्थिक दृष्टि से बहुत बुरा हाल है। महंगाई चरम पर है और लोगों को पेट भरना भी मुश्किल हो रहा है। यहां एक ब्रेड की कीमत 130 श्रीलंकाई करेंसी तक पहुंच गई है तो पेट्रोल 254 रूपये। ऐसा चीन समेत कई देशों के भारी कर्ज तले दबने के कारण हुआ है। हाल यह है कि श्रीलंका दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया है। आम जीवन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां जीवन यापन एक बड़ी चुनौैती बन गया है।
देश के केंद्रीय बैंक द्वारा श्रीलंकाई रुपये (एलकेआर) को 230 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के अवमूल्यन की अनुमति देने के बाद श्रीलंका में शुक्रवार को कई आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में काफी वृद्धि दर्ज की गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को ऑल सीलोन बेकरी ओनर्स एसोसिएशन ने एक ब्रेड के पैकेट की कीमत में 30 एलकेआर की वृद्धि की है। अब एक ब्रेड के पैकेट की नई कीमत 110 से 130 श्रीलंकाई रुपये के बीच है। देश के सबसे बड़े गेहूं आयातक प्राइमा ने एक किलो गेहूं के आटे की कीमत में 35 एलकेआर की बढ़ोतरी की है। हालात यह हो गयी है कि आलू दो सौ रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है। 710 रुपये प्रति किलो के हिसाब से हरी मिर्च मिल पा रही है।

देश के दूसरे सबसे बड़े खुदरा ईंधन वितरक लंका इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने गुरुवार आधी रात को डीजल के विक्रय मूल्य में 75 एलकेआर प्रति लीटर और पेट्रोल में 50 एलकेआर प्रति लीटर की वृद्धि कर दी है। श्रीलंका के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि एयरलाइन टिकटों की कीमत में 27 फीसदी की वृद्धि की गई है। एलकेआर की बात करें तो गुरुवार को मूल्यह्रास से पहले इसमें 200 प्रति डॉलर से 260 प्रति अमेरिकी डॉलर का मूल्यह्रास देखा गया है।