100 से ज्यादा मौजूदा इन विधायकों के टिकट काट सकती है भाजपा, हो चुका है सर्वे
- फीडबैक में खरे न उतरे विधायकों का पत्ता कटना तय
- तीस लाख बूथ कार्यकर्ताओं को भेजे गये दीपावली गिफ्ट
- नये नये प्रकोष्ठ बना कर दी जा रही जिम्मेदारी
- पार्टी के सामने 2017 की जीत दोहराने की बड़ी चुनौती
- अमित शाह 29 व 30 को लखनऊ में रहेंगे, होगा मंथन
लखनऊ। चुनावी आहट के साथ ही यूपी में भाजपा ने अपने सक्रियता को बढ़ा दिया है। नये लोगों को जोड़ने के साथ ही पुराने लोगों को सक्रिय करने का अभियान विभिन्न स्तर से चल निकला है। इसी क्रम में नये नये पद भार लोगों को देकर उन्हें पार्टी से जोड़े रखने का काम किया जा रहा है। ऐसे में पार्टी की चुनावी रणनीति को मजबूत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 अक्टूबर यानी आज लखनऊ पहुंचेंगे। वह यहां 29, 30 अक्टूबर को राज्य में भाजपा की रणनीति पर मंथन करेंगे। भाजपा के सामने 2022 चुनाव में 2017 में मिली कामयाबी को दोहराने की बड़ी चुनौती है।
उधर, शाह के इस दौरे को लेकर माना जा रहा है कि यूपी में भाजपा के 100 ऐसे मौजूदा विधायक हैं जिनके टिकट 2022 विधानसभा चुनाव में आलाकमान काट सकती है। दरअसल, पार्टी ने पहले ही राज्य की राजनीतिक हालत को लेकर ओपिनियन सर्वे कराया था। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर रखी है और अमित शाह के सामने पेश की जाएगी। इसके साथ ही नमो एप सर्वे की रिपोर्ट भी केंद्रीय नेतृत्व के पास पहले से है। वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि, जिन विधायकों के टिकट कटने हैं, उनकी संख्या 100 से अधिक हो सकती है। इनमें विधायक शामिल हैं जिनका तालमेल पार्टी से ठीक नहीं है और जिन्हें लेकर फीडबैक अच्छा नहीं आया है। उन्हें पार्टी दोबारा टिकट देने का मन नहीं बना रही है। अमित शाह ने ये भी संकेत दे दिए हैं कि पुराने फॉर्मूले के तहत नॉनपरफॉर्मर विधायकों के पत्ते कटने तय हैं। भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियों में बूथ स्तर तक मजबूती लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस क्रम में तीस लाख बूथ कार्यकर्ताओं को पार्टी की तरफ से दीपावली के उपहार भेजे गए हैं। गौरतलब है कि राज्य में बीजेपी के 2.3 करोड़ कार्यकर्ता हैं। ऐसे में पार्टी सदस्यता अभियान चलाकर रही है और लोगों को अपने साथ छोड़ने का प्रयास कर रही है।