- पिछले 15 दिनों में 13 बार बढ़े दाम
- चुनाव होते ही शुरू हो गई कीमत बढ़ना
- रूस यूक्रेन युद्ध बताया जा रहा है बढ़ती कीमत का कारण
- मंत्री ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत में कम बढ़े रेट
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण केंद्र की मोदी सरकार पर विपक्ष खासा हमलावर है। सड़क से संसद तक सरकार को घेरने का काम बखूबी किया जा रहा है। केंद्र पर उन दिनों का हवाला देते हुए तंज कसे जा रहे हैं जब भाजपा तेल व रसोई गैस की बढ़ी कीमतों को लेकर रोज विरोध प्रदर्शन कर रही थी। आज इसका जवाब देते हुुए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकसभा में बढ़ती कीमतों की तुलना अमेरिका व ब्रिटेन से कर दी। उन्होंने दावा किया कि इन दोनों मुल्कों की तुलना में भारत में बहुत कम कीमतों में इजाफा हुआ है।
लोकसभा में पेट्रोलियम मंत्री पुरी ने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले भारत में तेल के दाम 5 फीसदी बढ़े हैं। अगर अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक तेल की कीमतों की तुलना करें तो अमेरिका में ये 51%, कनाडा में 52%, यूके में 55%, फ्रांस में 50%, स्पेन में 58% दाम बढ़ाए गए. लेकिन भारत में महज 5% ही दाम बढ़े हैं।
याद दिला दें कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद तेल के दाम बढ़ने शुरू हो गये हैं। पिछले 15 दिन में 13 बार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं। रोजाना 80 पैसे तक की बढ़ोतरी हो रही है। अब तक इन दिनों में 9.20 रुपये का इजाफा प्रति लीटर हो गया है। गंभीर बात यह है कि तमाम बड़े शहरों में पेट्रोल सौ रुपये प्रति लीटर से ऊपर जा पहुंचा है।