कोरोना वायरस के संकट के बीच दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट को बताया है कि राजधानी में अब फिर से नाइट कर्फ्यू नहीं लगेगा. गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कोरोना संकट को लेकर सुनवाई हुई, जिसमें दिल्ली सरकार ने राजधानी में तैयारियों और अबतक के एक्शन की जानकारी दी.
त्योहारों के बाद लगातार कोरोना केस की बढ़ोतरी और मौतों की संख्या बढ़ने की वजह से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि दिल्ली में फिर से नाइट लॉकडाउन की वापसी हो सकती है. हालांकि, सरकार की ओर से लगातार इसका खंडन किया जा रहा था. दिल्ली से पहले कई राज्यों ने कुछ चिन्हित जगहों पर नाइट कर्फ्यू को लागू किया था. दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट को ये भी जानकारी दी कि कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन होने पर अबतक दो लाख से अधिक चालान काटे गए हैं, जिनसे 17 करोड़ रुपये इकट्ठा हुआ है. जबकि दिल्ली पुलिस ने अबतक पांच लाख चालान काटे हैं और 27 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं। दिल्ली हाईकोर्ट में राकेश महरोत्रा ने कोरोना की स्थिति को लेकर याचिका दायर की थी, जिसमें कोरोना को लेकर तैयारियों पर सवाल किए थे. दिल्ली सरकार ने आज कोर्ट को बताया कि दिल्ली में कोविड के मामले नवंबर के मुकाबले दिसंबर के लगातार कम हो रहे हैं । हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा कि चालान के पैसों का उन्होंने क्या किया, जिसपर सरकार ने कहा कि ये सरकारी खजाना है सिर्फ कोरोना संबंधित नहीं है. दिल्ली सरकार ने अदालत में कोरोना टेस्टिंग में बढ़ोतरी, मौतों की कमी की जानकारी दी है ।।