- जीरो भ्रष्टाचार टालरेंस नीति पर जोर
- अरविंद केजरीवाल से किया था वायदा , भ्रष्टाचार पर लगेगी रोक
- ठेके में एक प्रतिशत कमीशन लेने की बात हुई थी मंत्री से
- बाकी मुख्यमंत्री भी क्या ऐसा कर पायेंगे ?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को मंत्रिंमडल से बर्खास्त कर दिया है। सीएम भगवंत मान ने यह कार्यवाही करते हुए तमाम मुख्यमंत्रियों के सामने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लंबी लाइन खींचते हुए एक तरह से चुनौती दे दी है। ठेके में एक प्रतिशत कमीशन के पक्के सबूत मिलने के बाद पंजाब के सीएम ने यह बड़ी कार्यवाही की है।
विजय सिंगला पर कार्रवाई करते हुए भगवंत मान ने कहा कि उनसे पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वब एक पैसे की रिश्तखोरी, बेईमानी बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने वचन दिया था ऐसा नहीं होगा। हम आंदोलन से निकले हुए लोग हैं और वो आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ था। भगवंत मान ने कहा कि उनकी जानकारी में यह मामला आया था। इसमें सरकार का मंत्री शामिल था। इसकी जानकारी केवल उन्हें ही थी, जिसके चलते इसे दबाया भी जा सकता था लेकिन अगर वह ऐसा करते तो यह धोखा होता। लिहाजा मंत्री विजय सिंगला के खिलाफ तुरंत त्वरित कार्यवाही की जा रही है। विजय सिंगला के खिलाफ केस भी दर्ज किया जा रहा है।
सीएम ने कहा, ”विजय सिंगला ने स्वास्थ्य मंत्रालय में भ्रष्टाचार किया। विजय सिंगला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। वह यह बताना चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखेगी। आजादी के बाद दूसरी बार यह काम हुआ है। अरविंद केजरीवाल ने 2015 में अपने मंत्री को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया था।
बता दें कि विजय सिंगला को दूसरी बार चुनाव जीतने वाले नेताओं पर तवज्जों देकर मंत्री बनाया गया था। इतना ही नहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल को प्रमोट करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने विजय सिंगला को अपने सबसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन मंत्री बनने के दो महीने के भीतर ही उन्हें अपना पद गंवाना पड़ा है।