अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पवित्र स्थल में घुसे एक शख्स को पीट-पीटकर मार दिया गया। यह युवक पीतल का जंगला फांद कर वहां पहुंच गया था जहां पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश है और संगत माथा टेकती है। बेअदबी का आरोप लगाते हुए एसजीपीसी के सेवादारों ने उसे पकड़ लिया और पीट पीट कर मार डाला। हालांकि युवक पवित्र ग्रंथ तक नहीं पहुंच पाया था। धर्म की बेअदबी के नाम पर हुई इस लिचिंग ने तमाम सवाल खडे़ कर दिये हैं। किसान आंदोलन के दौरान भी एक युवक को हाल ही में धर्म बेअदबी के नाम पर तड़पा तड़पा कर मार डाला गया था।
पुलिस उपायुक्त पीएस भंडाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला व्यक्ति लगभग 30 वर्ष का था और उसकी पहचान की जा रही है। सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है कि वह स्वर्ण मंदिर में कब दाखिल हुआ और कितने लोग उसके साथ थे।
घटना के बाद बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं और विभिन्न सिख संगठनों ने एसजीपीसी की ढिलाई के लिए उसकी आलोचना की. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेजा सिंह समुंदरी हॉल में एसजीपीसी परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.