सिस्टम से हारी शारीरिक शोषण की शिकार भाजपा नेत्री ने मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति
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सिस्टम से हारी शारीरिक शोषण की शिकार भाजपा नेत्री ने मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति

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यह लड़ाई है सिस्टम के खिलाफ
लड़कियों को उपभोग की वस्तु समझने के खिलाफ
शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का लगाया आरोप
मुरादाबाद होटल में सगाई कार्यक्रम को रूकवा दिया था भाजपा नेत्री ने
दोनों तरफ से गंभीर धाराओं में दर्ज कराये गये हैं मुकदमें
अब मुकदमा मेरठ सिविल लाइन थाने हो चुका है स्थानान्तरित
2011 में बालाजी मंदिर में पत्नी के रूप में स्वीकार करने का आरोप
2019 तक लगातार शारीरिक संबंध बनाये जाने का आरोप
व्यापारी पुत्र आरूणी मित्तल ने तीन बार किसी अन्य से शादी करने का किया प्रयास
मेरठ। यह लड़ाई है सिस्टम के खिलाफ…यह लड़ाई है दूषित मानसिकता के खिलाफ…यह लड़ाई है समाज के उन बिगड़ैल रहीसजादों के खिलाफ जो शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करते हैं और फिर युवती को समाज में अपमानित होने के लिये छोड़ देते हैं….यह लड़ाई है समाज के उन ठेकेदारों के खिलाफ जिन्हें सिक्कों की खनक के आगे एक बेबस युवती की गुहार सुनाई नहीं देती…उसकी सिसकियां सुनाई नही देती। ऐसी ही एक पीड़िता ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में गुहार लगाई,….. कार्यवाही आज ही के निर्देश भी हुए लेकिन अफसरशाही के आगे नतीजा वहीं ….ढाक के तीन पात। अदालती प्रक्रिया कुछ ऐसी कि वहां मिली तो सिर्फ डेट डेट और सिर्फ…ऐसी डेट जो आज तलक जारी है। थानेदार को सौ फोन किये, पुलिस क्षेत्राधिकारी को पचास से ज्यादा लेकिन मोबाइल का दिल नहीं पसीजा..वह कुछ देर घनघनाया और फिर आवाज आई..द पर्सन यू आर कालिंग.. नोट आनसरिंग … प्लीज काल लेटर। हताशा से भरी ये पहाड़ सी जिंदगी अनिश्चितता के सागर में डुबकियां लगा रही हैं…परेशान होकर अब उसने जिलाधिकारी मेरठ से जिला न्यायालय परिसर में आत्मदाह करने …यानी इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है।
आपको याद होगा सोलह अगस्त का वह दिन जब शारीरिक शोषण के कुछ ऐसे ही मामले में एक युवती ने सोशल मीडिया पर लाइव आते हुए आत्मदाह किया था। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। इससे सिस्टम कुछ समय सहमा, पशोपेश में पड़ा भी लेकिन फिर से वही हालात, वही एक बार फिर से दोहराती वही कहानी…..
अब बात यूपी के मेरठ की। अपराध के मामले में जीरो टालरेंस की नीति पर काम करने का दंभ भरने वाली यूपी पुलिस औऱ कोई मामला होता तो कार्यवाही कर चुकी होती लेकिन मामला प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी की नेत्री से जुड़ा होना ही इस युवती के लिये किसी न किसी रूप में परेशानी का सबब बना हुआ है। पीड़ित युवती के लंबे अर्से तक शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण के आरोप के घेरे में हैं मित्तल रबर फैक्ट्री संचालक अजय मित्तल का पुत्र अरूणी मित्तल है। यह उन दिनों की बात है जब दोनों साथ साथ पढ़ते थे, दोनों बड़े होते चले गये तो अरूणी ने पिता की फैक्ट्री को संभालना शुरू कर दिया और युवती छात्र राजनीति में उतर आयी। यहां तक सब ठीक ठाक था। लेकिन 14 मार्च 2021 तक सब कुछ बदल चुका था। अरुणी की मुरादाबाद में सगाई चल रही थी, युवती से रहा और सहा नहीं गया तो वह वहां पहुंच गयी। वह इस जिद पर अड़ी थी कि शादी का झांसा देकर वह उसका शारीरिक शोषण करता रहा और अब वह किसी और से सगाई कर रहा है। विवाद बढ़ा तो उसकी तरफ से न्यू मोहनपुरी निवासी आरुणि मित्तल, अजय मित्तल, हेमलता व रश्मि मितल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। मुरादाबाद में ही आरुणि की माता हेमलता मित्तल की तरफ से यह रिपोर्ट दर्ज कराई दी गई कि युवती उसके बेटे के पीछे पड़ी हुई है, उसने सगाई में व्यवधान पैदा किया। मामला चूंकि मेरठ से जुड़ा था लिहाजा यह मामला मेरठ के सिविल लाइन थाने स्थानान्तरित कर दिया गया। चारों आरोपियों ने अग्रिम जमानत व अंतरिम जमानत के लिये कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन राहत नहीं मिली। अब तमाम कानूनी पेचिदगियों के बीच यह मामला डेट पर डेट के प्रकिया के बीच पेंडुलम बना झूल रहा है। आरोपी पक्ष गिरफ्तारी से बचने के लिये हाईकोर्ट भी गया लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए इस याचिका को खारिज कर दिया कि वे क्लीन हैंड नहीं आये हैं। हां, बीते दिवस जरूर तीनों आरोपियों को जिला जज ने लंबे इंतजार के बाद अग्रिम जमानत दे दी।
(विस्तार से देखने के लिये यह भी देखिये https://www.youtube.com/watch?v=_TX8NEOez0k    )
 अब पीड़ित युवती ने चारों तरफ से हताश होकर डीएम को एक पत्र लिखकर अपनी निराशा जता दी है। उसे शारीरिक शोषण समेत अन्य गंभीर धाराओं में अरुणि मित्तल आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराये तीन माह हो गये..इस बीच हाईकोर्ट में भी आरोपियों की जमानत व गिरफ्तारी से बचने संबंधी रिट निरस्त हो चुकी है। पीड़िता का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यवाही के आदेश दे चुके हैं, लेकिन उसका स्वाभिमान, सम्मान थानाध्यक्ष सिविल लाइन ने अभियुक्तों से मिलकर खत्म कर दिया है। तमाम साक्ष्य होने के बावजूद पुलिस आऱोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। वह भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़ी हैं। ऐसे में उसके समक्ष आत्मदाह करने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है। लिहाजा उसे जिला न्यायालय मेरठ परिसर में आत्मदाह की अनुमति दी जाये। इस पत्र का असर यह हुआ कि डीएम ने सिविल लाइन थाने को आड़े हाथ लिया। पुलिस ने आनन फानन में अरुणि मित्तल की आरोपित बहन रश्मि मित्तल गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने संपूर्ण मामले में संलिप्तता पाते हुए रश्मि को जेल भेजने के निर्देश पारित कर दिये।
शादी का झांसा देकर लंबे अर्से तक अपना शोषण कराने वाली युवती का कहना है कि अब लड़ाई सिर्फ मान सम्मान व पुरूष की उस मानसिकता के खिलाफ है जो लड़कियों को सिर्फ इस्तेमाल की वस्तु समझते हैं। दबाव में लेने के लिये धमकी दी जा रही हैं, पैसों का प्रलोभन दिया जा रहा है..रंगदारी जैसे आरोप लगाये जा रहे हैं लेकिन अब अपने मान सम्मान के लिये वह इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचा कर दम लेगी।

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