सिंधु बार्डर पर किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी, विरोध जारी
सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों के लागू होने पर रोक भले ही लगा दी हो लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हैं। उनका सीधा आऱोप है कि विवाद निपटाने के लिये जिस कमेटी का गठन सुप्रीम कोर्ट ने किया है उसके सदस्य पहले से ही कृषि कानून के समर्थक हैं। उनसे न्याय की कैसे उम्मीद की जा सकती है। आज दिल्ली के सिंधु बार्डर समेत कई जिलों में किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां आग के हवाले कर दी। इस बीच, किसानों का आंदोलन भी जारी है। कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन किसान टस से मस होने के तैयार नहीं हैं। किसान संगठन अपने 26 जनवरी के ट्रैक्टर परेड पर भी अड़े हुए हैं जिससे सरकार के हाथ पांव फूले हुए हैं। संगठनों ने इससे पहले 18 जनवारी को महिला किसान दिवस की भी घोषणा कर दी है। किसानों का कहना है कि जीवन मरण की इस लड़ाई में घर की महिलाएं भी उनके साथ हैं और कंधे से कंधा मिलाकर इस लडाई को लड़ेंगी।