मेरठ समेत इन 11 जिलों पर है अभी कोरोना कर्फ्यू की पाबंदियां
-11 जिलों में लागू है कोरोना कर्फ्यू
-कोरोना से प्रदेश में 179 और मरीजों की मौत, 1317 नये मामले
-मेरठ में कल चार सौ लोग पहुंचे स्वस्थ्य होकर घर
मेरठ: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रभाव अब पहले की तुलना में कम होता जा रहा है। पाजिटिव के साथ ही एक्टिव केसों की संख्या में भी निरंतर गिरावट पाई जा रही है। इसे देखते हुए ही यूपी के 64 जिले अब कोरोना कर्फ्यू से मुक्त कर दिये गये हैं। जो जिले अभी भी राडार पर हैं उनमें मेरठ व लखनऊ समेत अभी ग्यारह ऐसे जिले रह गये हैं जिन पर अभी भी कोरोना कर्फ्यूं की पाबंदियां लागू हैं। पाबंदियों का पैमाना छह सौ से कम एक्टिव केस हैं, इस आंकड़े के नीचे आने पर ही पाबंदियों से राहत दी जा सकेगी। हालांकि जिस तेजी से एक्टिव केसों में गिरावट आ रही है उसे देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही पाबंदियों से राहत भरे दिन आने वाले हैं, हां कोरोना संक्रमण का खतरा फिर भी बराबर बना रहेगा। इससे बचने का सिर्फ एकमात्र तरीका है सरकारी गाइडलाइन का शतप्रतिशत पालन व वैक्सीनेशन।
यूपी में अभी राजधानी लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, गाजियाबाद, बरेली, झांसी, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर और बुलंदशहर में कोरोना कर्फ्यू लागू है. इन सभी जिलों में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 600 से ज्यादा है। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 179 और मरीजों की मौत हुई है। जबकि संक्रमण के 1,317 नये मामले सामने आये हैं.। पिछले 24 घंटे में 5,625 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब तक राज्य में 16,39,572 मरीज संक्रमण मुक्त होकर पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या 20,672 पहुंच गई है जबकि 1,317 नये मामले आने से अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 16,92,709 हो गया है।
मंगलवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य के सभी जिलों में मिलने वाले मरीजों की संख्या 100 से नीचे रही। इनमें मेरठ में 40, गौतमबुद्ध नगर में 68, लखीमपुर खीरी में 61, वाराणसी में 59, लखनऊ में 54 और मुजफ्फरनगर में 53 नये मरीज मिले जबकि इसी अवधि में लखनऊ में 28, लखीमपुर खीरी में 19 और गोरखपुर में 13 मेरठ में चार और मरीजों की मौत हो गई। मेरठ में एक्टिव केसों की संख्या अभी 1980 है। चार सौ लोगों को स्वस्थ्य होने पर घर भेज दिया गया।