मृतक यश के पिता ने पूछा- योगी सरकार में भी हम सुरक्षित नहीं, तो आखिर कहां जाएं
- 6 जून को घर से गया था, तभी मार डाला गया
- यश रस्तोगीस्कूटी से गया था यश
- सीसीटीवी खंगाले तो फतेहउल्लापुर में मिली लोकेशन
- पुलिस ने दावा समलैंगिक संबंधों में वसूली को लेकर गई यश की जान
- परिजनों के गले नहीं उतर रही है पुलिस की कहानी
- एक वकील व उसके बेटों पर शक जाहिर कर रहे हैं परिजन
- सूरजकुंड पर अंतिम संस्कार के दौरान सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश
- पूर्व विधायक सतवीर त्यागी ने गे आरोपों को बताया गलत
मेरठ जागृति विहार निवासी युवक यश रस्तौगी की हत्या कर शव नाले में फेंक दिया गया। शनिवार की रात यश का शव बरामद भी कर लिया गया और हत्या के आरोप में शावेज, सलमान व अलीशान को गिरफ्तार भी कर लिया गया। पुलिस को बताया गया कि यश के तीनों व अन्य युवकों से अप्राकृतिक संबंध थे, उसकी स्नैप भी यश के पास थे, जिसके दिखा कर वह ब्लैकमेल कर रहा था। इसी विवाद में तीनों दोस्तों ने मिलकर यश को ठिकाने लगा दिया गया। आज यश का सूरजकुंड पर अंतिम संस्कार किया गया तो वहां माहौल बेहद उत्तेजक हो गया। भावुक पिता ने कहा कि यदि वे योगी की सरकार में भी सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कहां जायें। यहां इस हत्याकांड को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश नजर आयी। पूरा मामला गे चैनल पर भी केंद्रित बताया जा रहा है। यश और उसके दोस्तों ने ऑनलाइन समलैंगिक ग्रुप बनाया हुआ था, जिसमें करीब 40 युवक जुड़े हैं। हत्या के बाद माहौल गर्म है परिवार भाजपा जनप्रतिनिधियों को कोस रहा है।
(विस्तार से देखिये 👇
दरअसल, जागृति विहार सेक्टर छह में अनिल रस्तोगी का परिवार रहता है। उनकी दो बेटियां व बेटा यश है। 26 जून की शाम वह स्कूटी से कहीं गया था। वापस न लौटने पर गुमशुदगी दर्ज कराई गई। इंस्पेक्टर संत शरण सिंह व एसओजी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया तो यश की लोकेशन फतेहउल्लापुर रोड स्थित एक कारखाने में मिली।
यह कारखाना शावेज नामक युवक का था। पुलिस ने शावेज को उठाकर पूछताछ की तो पूरा मामला खुलता चला गया। पुलिस ने सलमान और अलीशान नामक उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि यश की हत्या उसी दिन कर दी गई थी।