महंत नरेंद्र गिरि प्रकरण-शव नीचे रखा था, ऊपर पंखा चल रहा था
यूपी सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश
सुसाइड नोट की लिखावट पर भी सवाल कायम
दसवीं पास थे महंत नरेंद्र गिरि
महंत नरेंद्र गिरि मौत का मामला उलझता ही जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि सुसाइड नोट की लिखावट महंत की लिखावट से मिलती हुई नहीं हैं। कुछ लोगों ने हालांकि यह भी दावा किया कि महंत पढ़े लिखे नहीं थे लेकिन वह दसवीं पास थे इसके भी साक्ष्य सामने आये हैं। एक बड़ा सवाल यह भी उठ खड़ा हुआ है जो एक वीडियो को लेकर है। इस वीडियो में महंत का शव नीचे रखा व ऊपर पंखा चलता हुआ दिखाया गया है। बताया यही गया था कि इसी पंखे से लटक कर महंत ने आत्महत्या की है। आत्महत्या के पीछे उनकी यह आशंका बतायी गयी है कि आनंद गिरि किसी महिला के साथ उनकी वीडियो जोड़कर उन्हें बदनाम कर देगा। आनंद गिरि के हरिद्वार आश्रम को सील करने के साथ ही आनंद को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। गुत्थी काफी उलझने के कारण यूपी सरकार ने जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश केंद्र से की है। समझा जा रहा है कि जल्द ही केंद्र हरी झंडी देकर प्रकरण की जांच सीबीआई के सुपुर्द कर दी जायेगी।
दरअसल, महंत नरेंद्र गिरि के आठ पन्ने के कथित सुसाइड नोट के हर पन्ने के नीचे उनके हस्ताक्षर हैं। इसमें लिखा है कि इस महीने की 13 तारीख को भी उनके मन में आत्महत्या करना का ख्याल आया था। आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था. उत्तराधिकारी बलवीर गिरि को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है। जिन लोगों ने उनका (नरेंद्र गिरि) का साथ दिया और मदद की उनका जिक्र इस सुसाइड नोट में किया गया है। सुसाइड नोट में लिखा हुआ है आनंद गिरि किसी महिला के साथ उनका (नरेंद्र गिरि) वीडियो जोड़कर सोशल मीडिया में वायरल कर सकता था, इस बात की उन्हें आशंका थी।