- भारतीय मूल के पराग अग्रवाल बने ट्वीटर के सीईओ
- मानसिक उत्पीड़न रोकने को उठाया कदम
- गोपनीयता व निजता हनन रोकने में मिलेगी इससे मदद
ट्विटर की कमान पराग अग्रवाल ने संभाली तो बदलाव नजर आने लगे। नये सीईओ पराग अग्रवाल ने ट्विटर को लेकर नए नियम लागू कर दिए हैं। अब कोई भी यूजर किसी अन्य की फोटो या वीडियो उनकी सहमति के बिना साझा नहीं कर पायेगा। ट्विटर का कहना है कि उत्पीड़न विरोधी नीतियों को और अधिक मजबूत बनाना है इस कारण ये कदम उठाया गया है।
ट्विटर के नए नियमों के तहत जो व्यक्ति पब्लिक फीगर नहीं हैं, वह अपनी तस्वीर या वीडियो को हटाने के लिए कह सकते हैं जिनको शेयर करने के लिए उनकी सहमति नहीं ली गई है। हालांकि ट्विटर ने साफ कर दिया है कि पब्लिक फिगर वाले लोगों को यह सुविधा नहीं मिलेगी। ट्विटर की नई नीति में निजी जानकारी को उजागर करने की धमकी देना या दूसरों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना भी गोपनीयता नीति में शामिल है। ट्विटर का मानना है कि निजी फोटो और वीडियो साझा करने से किसी शख्स की गोपनीयता भंग हो सकती है। इस तरह के कार्यों से जिसका फोटो शेयर किया गया है, उसे मानसिक या शारीरिक नुकसान भी देखने को मिल सकता है। ऐसे में कंपनी ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति या उसके प्रतिनिधि की ओर से इस तरह की सूचना दी जाती है तो ट्विटर ऐसे निजी फोटो या वीडियो को हटा लेगी।
बता दें कि ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डॉर्सी सीईओ पद से अपना इस्तीफा दे चुके हैं। अब उनकी जगह भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को नया सीईओ बनाया गया है। आईआईटी-मुंबई और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके पराग अग्रवाल 2011 से ट्विटर में काम कर रहे हैं और 2017 से कंपनी के सीटीओ के पद पर कार्यरत थे।