काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने भले ही पीठ दिखा दी हो लेकिन देश में आवाम तालिबान के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। बगलान प्रांत में 300 तालिबानियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। पंजशीर के लड़ाके तालिबानियों का दम निकाल रहे हैं। इस बीच, तालिबान ने अमेरिका को धमकी दी कि यदि बाइडेन ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को तय समय सीमा में नहीं बुलाया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन 31 अगस्त को अफगानिस्तान छोड़ने की बात कह चुके हैं।
तालिबान ने कहा है कि 31 अगस्त से एक दिन भी आगे मियाद नहीं बढ़ सकती है। अगर 31 अगस्त से एक दिन आगे की भी मोहलत अमेरिका और ब्रिटेन मांगते हैं तो उसका जवाब होगा नहीं, और साथ में गंभीर परिणाम भी भुगतने होंगे।
अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होने बाद से काबुल एयरपोर्ट पर अजीबोगरीब माहौल है। लोग तालिबान से बचने के लिए सब कुछ छोड़कर अपनी जान जोखिम में डालने के लिए तैयार हैं। जब इस मुद्दे पर तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन से पूछा गया तो उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया। तालिबान प्रवक्ता ने बात घुमाते हुए कहा कि लोग डर के कारण नही बल्कि पश्चिम देशों में जाकर बसना चाहते हैं। ऐसा अफगानिस्तान की गरीबी के कारण हो रहा है। अफगान में सत्तर फीसदी आवाम गरीबी रेखा के नीचे रही है। इसलिये हर को पश्चिम देशों में एक समृद्ध जीवन व्यतीत करना चाहता है। इसमें डरने वाली बात नहीं है।