बंगाल में घमासान-बंगालः हंगामे के बीच नारदा केस में सुनवाई पूरी, सीबीआई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा
-सीबीआई ने तीन विधायक व एक नेता को गिरफ्तार किया
-विरोध में सीबीआई दफ्तर पर हंगामा, पत्थरबाजी
-पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा
-चारों को छुड़ाने के लिये ममता बनर्जी कार्यालय पहुंची
कोलकाता। नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में सोमवार को सीबीआई ने टीएमसी के तीन विधायक और एक पूर्व नेता को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में सीबीआई दफ्तर के बाहर भारी हंगामा हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दफ्तर पर पत्थरबाजी भी हुई। इस गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई दफ्तर पहुंच गयी और इस गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि केवल उनके ही लोगों को क्यूं निशाना बनाया गया, जबकि इस मामले में तो अन्य लोग भी आरोपित हैं। सीबीआई कोर्ट में कार्यवाही पूरी हो गयी है लेकिन कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से कानून व्यवस्था दुरूस्त करने के लिये कहा है।
दरअसल, नारदा स्टिंग मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लेने का खुलासा हुआ था। सीबीआई ने आज तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा के साथ पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को कोलकाता में गिरफ्तार कर लिया। बकौल सीबीआई ये सभी चार नेता 2014 में कथित अपराध के दौरान मंत्री थे। आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा मामले में पांचवे आरोपी हैं। फिलहाल वह जमानत पर हैं।
इस गिरफ्तारी के तुंरत बाद ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के दफ्तर पहुंच गयी। गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की। दिल्ली में सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि अभियोजन के लिए मंजूरी मिलने के बाद पांचों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा रहा है। बता दें कि सीबीआई ने हाकिम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के अभियोजन की मंजूरी के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से संपर्क किया था। राज्यपाल ने सात मई को चारों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी। इसके बाद सीबीआई ने आरोप पत्र को अंतिम रूप दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हाकिम, मुखर्जी और मित्रा हाल में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गये हैं जबकि चटर्जी ने बीजेपी में शामिल होने के लिए तृणमूल को छोड़ा और उनके दोनों पार्टियों से संबंध हैं।
नारदा टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें तृणमूल कांगेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए थे। यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सार्वजनिक हुआ था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था।